वाराणसी : सपा ने जवान तेज बहादुर को दिया टिकट, कांग्रेस वापस लेगी नामांकन?
- वाराणसी में पीएम को टक्कर देंगे तेज बहादुर यादव।
- सपा ने BSF के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर को बनाया उम्मीदवार।
डिजिटल डेस्क, वाराणसी। लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन (29 अप्रैल) वाराणसी से सपा-बसपा महागठबंधन ने अपना प्रत्याशी बदल दिया है। शालिनी यादव का टिकट काटकर महागठबंधन ने बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है। तेज बहादुर अब पीएम मोदी को वाराणसी में टक्कर देंगे। अब सवाल उठाया जा रहा है कि क्या मोदी और भाजपा को हराने की बात कहने वाली कांग्रेस अपने प्रत्याशी अजय राय का नामांकन वापल लेगी?
SP changes candidate from Varanasi LS Constituency; gives ticket to Tej Bahadur Yadav (BSF constable who was dismissed from service after he had released video last year on quality of food served to soldiers). Earlier, SP"s Shalini Yadav had filed her nomination from Varanasi. pic.twitter.com/OihDeRt6bh
— ANI UP (@ANINewsUP) April 29, 2019
सोमवार को नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को लेकर काफी देर तक सस्पेंस बना रहा। सपा की पूर्व घोषित प्रत्याशी शालिनी यादव और बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल किया। हालांकि बाद में पार्टी ने स्पष्ट किया कि तेज बहादुर यादव ही पीएम मोदी के खिलाफ उनके प्रत्याशी होंगे और शालिनी यादव बाद में अपना नामांकन वापस लेंगी।
पहले भी नामांकन दाखिल कर चुके हैं तेज
सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव के साथ पर्चा दाखिल कराने पहुंचे। धूपचंडी ने दावा किया कि तेज बहादुर पार्टी के प्रत्याशी होंगे। धूपचंडी ने कहा, पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी में बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव एसपी के प्रत्याशी होंगे। बता दें कि तेजबहादुर इसके पहले भी नामांकन कर चुके हैं लेकिन सूत्रों के मुताबिक उनका पर्चा किसी वजह से खारिज हो गया था। यह भी कहा जा रहा है कि उन्होंने टिकट के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात भी की। सूत्रों के मुताबिक तेज बहादुर का पर्चा स्वीकार होते ही 2 मई को नाम वापसी के आखिरी दिन से पहले शालिनी अपना नाम वापस ले लेंगी।
2017 में सुर्खियों में आए थे तेज बहादुर
गौरतलब है कि, तेज बहादुर यादव ने 2017 में बीएसएफ में मिल रहे खाने को घटिया बताते हुए कुछ वीडियो बनाए थे। सोशल मीडिया पर आने के बाद वे सभी वीडियो वायरल हो गए थे, जिसके बाद तेज बहादुर चर्चा में आ गए थे। इस मामले की जांच के बाद तेज बहादुर को बर्खास्त कर दिया गया था। जनवरी 2019 में तेज बहादुर के 22 साल के बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। वह अपने कमरे में बंदूक के साथ मृत पाया गया था।
Created On :   29 April 2019 3:58 PM IST