रूस में बोले पीएम मोदी- दोनों देश आंतरिक मामलों में बाहरी दखल के खिलाफ

रूस में बोले पीएम मोदी- दोनों देश आंतरिक मामलों में बाहरी दखल के खिलाफ
हाईलाइट
  • तीन दिवसीय यात्रा पर रूस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
  • फार ईस्टअर्न फेडरल यूनिवर्सिटी (FEFU) में प्रवासी भारतीयों ने किया स्वागत
  • व्लादिवोस्तोक में पीएम मोदी को मिला गार्ड ऑफ ऑनर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तीन दिवसीय यात्रा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के व्लादिवोस्तोक में हैं। यहां पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद पीएम फार ईस्टर्न फेडरल यूनिवर्सिटी (FEFU) पहुंचे यहां प्रवासी भारतीयों ने पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। इस दौरान पुतिन ने गर्मजोशी के साथ गले लगाकर मोदी का स्वागत किया। दोनों नेता एक साथ नाव पर सवार होकर शिप बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का दौरा भी किया। यहां पीएम मोदी ने कहा, भारत और रूस काफी अच्छे मित्र हैं और दोनों देशों के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। हमने रक्षा, ऊर्जा, समेत कई मामलों पर दोनों देशों में सहयोग पर बातचीत की है।

पुतिन के साथ साझा प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने कहा, पीएम मोदी ने कहा, हम दोनों किसी देश के आंतरिक मामले में बाहरी दखल के खिलाफ हैं। भारत-रूस डिफेंस, कृषि, टूरिज्म, ट्रेड में आगे बढ़ रहे हैं। स्पेस में हमारा सहयोग लगातार आगे बढ़ रहा है। अगले साल भारत-रूस मिलकर टाइगर कन्जर्वेशन पर बड़ा फोरम करने में सहमत हुए हैं।

पीएम ने बताया, जब 2001 में ऐसा समिट पहली बार हुआ था तो मेरे मित्र पुतिन उस समय भी यहां के राष्ट्रपति थे और मैं उस समय अटल बिहारी वाजपेयी के साथ, गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में यहां आए डेलिगेशन में शामिल था। 

रूस के पोर्ट टाउन व्लादिवोस्तोक में दोनों देशों के डेलिगेशन के बीच संपन्न हुए 20वें राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद मोदी ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक मैत्रीपूर्ण संबंधों का जिक्र किया। उन्होंने रूस को भारत का अभिन्न मित्र और विश्वसनीय साझेदार बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत और रूस के संबंध लगातार मजबूती की ओर बढ़े हैं, दो घंटे में व्लादिमीर पुतिन के साथ मैंने कई मुद्दों पर बात की।

पीएम मोदी ने कहा, आज हमारे देश के बीच की 20वीं वार्षिक वार्ता हो रही है, जिसने दोनों की दोस्ती को आगे बढ़ाया है। भारत और रूस की दोस्ती ना सिर्फ दोनों देशों के लिए बल्कि दुनिया के लिए विकास और शांति में अहम रोल अदा कर रही है।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने साझा वार्ता की। इस दौरान दोनों देशों के बीच सड़क मंत्रालय, ऊर्जा, ट्रेड समेत कई बड़े क्षेत्रों में समझौते हुए। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के दुनिया के महत्वपूर्ण देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है। रूस ने पीएम मोदी को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान "ऑर्डर ऑफ सेंट ऐंड्रयू द अपोस्टल" देने का ऐलान किया है। मोदी ने इस फैसले के लिए रूसी राष्ट्रपति पुतिन और रूस की जनता का आभार जताया है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि, "आपने (पुतिन ने) अपने देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान देने का फैसला किया है। इसके लिए आपका और रूस के लोगों का आभारी हूं। यह दोनों देशों के बीच विशेष मैत्रीपूर्ण संबंधों को दर्शाता है। यह 1 अरब 30 करोड़ भारतीयों के लिए सम्मान का विषय है। 

मोदी ने कहा, रूस भारत का अभिन्न मित्र और विश्वसनीय साझेदार है। हमारी स्पेशल और प्रिविलेज्ड पार्टनरशिप का विस्तार करने पर आपने व्यक्तिगत ध्यान दिया। दो अभिन्न मित्रों के रूप में हमारी आपसे कई मुलाकातें हुई हैं। मैंने आपसे टेलिफोन पर कई मामलों पर चर्चा की है। मुझे कभी कोई झिझक नहीं हुई। 

पीएम मोदी ने व्लादिमीर पुतिन के साथ शिप बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का दौरा किया और यहां कुछ प्रदर्शनी भी देखी। प्रधानमंत्री मोदी जब व्लादिवोस्तोक पहुंचे तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गले लगाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन ज़्वेज़्दा पोतनिर्माण केंद्र का दौरा करने पहुंचे। बता दें कि, ज़्वेज़्दा रूस का सबसे बड़ा पोतनिर्माण परिसर है।

 

प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों नेता बेहद गर्मजोशी से मिले और शिप बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का दौरा करने के लिए एक साथ निकले। दोनों नेता एक साथ बोट में बैठकर रवाना हुए। आज प्रधानमंत्री कई अहम कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। पीएम ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम और दोनों देशों के बीच के 20वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।

 

पीएम की इस यात्रा में मेन फोकस न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन पर रहेगा, इसके अलावा मिलट्री टेक्निकल को देखते हुए कई अन्य समझौते हो सकते हैं। इस पर भी फैसला हो सकता है कि 2025 तक भारत-रूस के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हो, व्यापार 30 बिलियन डॉलर तक पहुंचे।

व्लादिवोस्तोक, रूस के पूर्वी हिस्से का एक शहर है। पीएम मोदी ऐसे पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं, जो रूस के इस हिस्से में यात्रा पर पहुंचे हैं। पीएम यहां इकोनॉमिक फोरम में भी भाग लेंगे।

तस्वीरों में देखिए मोदी-पुतिन की मुलाकात...

 

Created On :   4 Sept 2019 7:57 AM IST

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