रूस: PM मोदी का बड़ा ऐलान, चेन्नई-व्लादिवोस्तोक के बीच जल्द चलेंगे जहाज

रूस: PM मोदी का बड़ा ऐलान, चेन्नई-व्लादिवोस्तोक के बीच जल्द चलेंगे जहाज
हाईलाइट
  • पीएम मोदी ने रूस के व्लादिवोस्तोक में जापान के पीएम शिंजो आबे से की मुलाकात
  • मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर बिन मोहम्मद से भी मुलाकात की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे का आज (5 सितंबर) दूसरा दिन है। रूस के व्लादिवोस्तोक में पीएम मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात की और दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों पर बातचीत की। इसके बाद मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर बिन मोहम्मद से भी मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम में भी हिस्सा और यहां भारतीय बिजनेस पवेलियन का दौरा किया। आमंत्रण के लिए राष्ट्रपति पुतनि का आभार व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति पुतिन ने मुझे यह निमंत्रण आम चुनाव के पहले दिया था। 130 करोड़ भारतीयों ने राष्ट्रपति पुतिन के निमंत्रण और मुझ पर भरोसा जताया।

पीएम ने यहां ऐलान किया कि, चेन्नई-व्लादिवोस्तोक के बीच जल्द ही जहाज चलेंगे। पीएम मोदी ने कहा, आज भारत-रूस के संबंध ऐतिहासिक मुकाम पर हैं। भारत-रूस मिलकर स्पेस की दूरियां पार करेंगे और समंदर की गहराइयों को मापेंगे। उन्होंने कहा, जल्द ही चेन्नई और व्लादिवोस्तोक के बीच जहाज चलेंगे। पीएम ने रूस के इस पूर्वी हिस्से के सभी 11 गवर्नरों को भारत आने का न्योता भी दिया है।  

पीएम मोदी ने कहा, भारत वह पहला देश था जिसने व्लादिवोस्तोक में काउंसलेट खोला। तब भी और उससे भी पहले भारत-रूस की दोस्ती में बहुत भरोसा था। सोवियत रूस के समय में व्लादिवोस्तोक आने पर विदेशियों पर पाबंदी थी, लेकिन यह भारतीय नागरिकों कि लिए खुला था। व्लादिवोस्तोक के जरिए बहुत सा साजो-सामान भारत पहुंचता है। अब इस भागीदारी की जड़ें और गहरी हुई हैं। मैंने और राष्ट्रपति पुतिन ने भारत-रूस सहयोग के लिए महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखे हैं। हमारे संबंधों में हमने नए आयाम जोड़े हैं, उनको विविधता दी है। संबंधों को सरकारी दायरे से बाहर लाकर प्राइवेट इंडस्ट्री के बीच ठोस सहयोग तक पहुंचाया है।

पीएम ने कहा, राष्ट्रपति पुतिन के साथ मैंने स्ट्रीट ऑफ दि फार ईस्ट इग्जिबिशन देखी। यहां की विविधता, लोगों की प्रतिभा और टेक्नॉलजी के विकास ने मुझे बहुत प्रभावित किया है। इनमें प्रगति और सहयोग की अपार संभावनाएं मैंने महसूस की है। अपने अनुभव के आधार पर कह सकता हूं कि फार ईस्ट और व्लादिवस्तोक के रैपिड, संतुलित और समावेशी विकास के लिए राष्ट्रपति पुतिन का विजन जरूर कामयाब होगा। पुतिन का फार ईस्ट के लिए लगाव और उनका विजन इस क्षेत्र के लिए ही नहीं, भारत जैसे पार्टनर्स के लिए अभूतपूर्व अवसर लेकर आया है।

मोदी ने कहा, भारत की प्राचीन सभ्यता के मूल्यों ने हमें सिखाया है कि प्रकृति से उतना ही लें, जितने की जरूरत है। हम प्राकृतिक संसाधनों के संवर्धन पर विश्वास करते हैं। प्रकृति के साथ यही तालमेल सदियों से हमारे अस्तित्व और विकास का अहम हिस्सा रहा है।

 

पीएम नरेंद्र मोदी आज इंडिया बिजनेस पवेलियन का दौरा करेंगे। इसके बाद इस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के नेताओं के साथ वर्किंग लंच करेंगे। पीएम इस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के प्लेनरी सेशन में भी हिस्सा लेंगे। इसके बाद जूडो टूर्नामेंट में जाएंगे।

विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया, भारत और जापान के प्रधानमंत्री मंत्री स्तर की 2+2 वार्ता के लिए राजी हो गए हैं। इस वार्षिक शिखर सम्मेलन से पहले दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों की एक बैठक होगी।

विदेश सचिव ने ये भी बताया कि, मलेशिया के प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने जाकिर नाईक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया। दोनों देशों के बीच तय हुआ है कि दोनों तरफ के अधिकारी इस मुद्दे को लेकर संपर्क में रहेंगे।

दो दिन के ऐतिहासिक दौरे पर रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय, अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर चर्चा की और कई अहम समझौते हुए। बुधवार को दोनों देशों के बीच 15 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने अफगानिस्तान के मसले पर कहा, भारत हमेशा स्वतंत्र अफगानिस्तान की आशा करता है।

इसके अलावा मोदी ने कहा, भारत-रूस मानते हैं कि देश के आंतरिक मसले में किसी तीसरे देश को दखल नहीं देना चाहिए।

 

 

 

Created On :   5 Sept 2019 7:56 AM IST

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