COP14 में बोले मोदी, हमारा संकल्प- सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को करेंगे खत्म
- PM मोदी ने कॉप -14 (Conference of Parties) को संबोधित किया
- दुनिया के 190 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने कॉप-14 में लिया भाग
- धरती पर जलवायु परिवर्तन
- नष्ट होती जैव विविधता पर मंथन
डिजिटल डेस्क, ग्रेटर नोएडा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के कॉन्फ्रेंस ऑफ द पार्टीज 14वें अधिवेशन (COP14) को संबोधित किया। ये अधिवेशन ग्रेटर नोएडा के इंडिया मार्ट एंड एक्सपो में आयोजित हो रहा है। इसमें जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और बढ़ते रेगिस्तान पर चिंतन किया जा रहा है। इस एक्सपो में दुनिया भर के 190 देशों से आए प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने धरती पर जलवायु परिवर्तन, नष्ट होती जैव विविधता मरुस्थलीकरण जैसे बढ़ते खतरों पर अपने विचार और सुझाव रखे। पीएम मोदी ने कहा, हमने संकल्प किया है कि हम सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को खत्म करेंगे
#WATCH PM Modi addressing the 14th Conference of Parties (COP14) to United Nations Convention to Combat Desertification (UNCCD) in Greater Noida,UP. https://t.co/THhldC9IQ3
— ANI (@ANI) September 9, 2019
पीएम मोदी ने कहा, पर्यावरण संरक्षण में हम हर तरह से सहयोग करने की कोशिश करेंगे। जलवायु परिवर्तन का बायोडाइवर्सिटी और जमीन दोनों पर असर होता है। सब जानते हैं कि इसका दुनियाभर पर नकारात्मक प्रभाव हो रहा है। मेरी सरकार ने कृषि के कई तरीके जैसे माइक्रो-इरीगेशन जैसी तकनीक से किसानों की आय को दुगनी करने का काम किया है।
PM Modi at the COP14 to UNCCD in Greater Noida,UP: My government has announced that India will put an end to single use plastic in the coming years. I believe the time has come for even the world to say good-bye to single use plastic. pic.twitter.com/0s1mN9WghS
— ANI (@ANI) September 9, 2019
Greater Noida: Prime Minister of Saint Vincent and the Grenadines, Ralph Gonsalves Union Minister Prakash Javadekar also present at the event. https://t.co/OlcxI5diZI
— ANI UP (@ANINewsUP) September 9, 2019
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने 2 सितंबर को इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। यह संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन के तहत अयोजित होने वाला 14वां सम्मेलन है। इसका कार्यक्रम का आयोजन दुनिया को बढ़ते मरुस्थलीकरण से बचाने की मुहिम के तहत किया गया है। इस बार भारत इस कार्यक्रम की मेजबानी कर रहा है। सूत्रों ने बताया कि 13 सितंबर तक चलने वाले इस सम्मेलन से जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता, मरुस्थलीकरण जैसी समस्याओं का सामना करने के लिए रोडमैप सामने आ सकता है। इंसान की आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती भविष्य में भी सुरक्षित बनी रहे। भारत इसमें अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
Created On :   9 Sept 2019 9:39 AM IST