पता था कि मोसुल में मारे जा चुके हैं भारतीय, तो देश को गुमराह क्यों किया : कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इराक के मोसुल में 39 भारतीयों की मौत की खबर की पुष्टि होने के बाद अब सियासत भी तेज हो गई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के राज्यसभा में दिए बयान के बाद कांग्रेस ने 39 भारतीयों की मौत पर दुख जताते हुए मोदी सरकार और सुषमा स्वराज को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को मोदी सरकार पर असंवेदनशीलता, निर्ममता और निर्दयता की सारे हदें पार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि "जून 2014 में 39 भारतीय मोसुल में लापता हुए थे। पूरी दुनिया और विदेशी मुल्क भी इस बात को कह रहे थे कि सभी भारतीयों की मौत हो चुकी है, तो फिर मोदी सरकार ने देश को इतने सालों तक देश को और उनके परिवार वालों को गुमराह क्यों किया?" इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर भारतीयों की मौत पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया। बता दें कि मंगलवार को सुषमा ने राज्यसभा में जानकारी दी थी कि इराक में लापता हुए 39 भारतीयों को आतंकी संगठन ISIS ने मार दिया।
सदन में 7 बार कहा कि वो सब जिंदा हैं : कांग्रेस
रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि "जून 2014 में 39 भारतीय इराक के मोसूल शहर से अगवा कर लिए गए। पूरी दुनिया और पड़ोसी देश इस बात की पुष्टि कर रहे थे कि सभी 39 भारतीयों को मार दिया गया है, लेकिन भारत सरकार ने 23 जून 2014, 9 जुलाई 2014, 17 जुलाई 2014, 24 जुलाई 2014, 6 अगस्त 2014, 22 जुलाई 2015 और 16 जुलाई 2017 यानी 7 बार देश और उनके परिवार वालों से कहा कि वो सब जिंदा हैं और उनको खाना समेत जरूरत की सारी चीजें मिल रही हैं।" उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि "मोदी सरकार और सुषमा स्वराज देश को और उनके परिवारों को गुमराह क्यों कर रहे थे? जब भारतीय मीडिया अपनी जान जोखिम में डालकर जुलाई 2017 में इराक के मोसुल में गया और बताया कि सभी भारतीय अब जिंदा नहीं है, तो भी सुषमा स्वराज और मोदी सरकार ने इसे खारिज कर दिया। जब एक गवाह सामने आया और उसने भी यही बात कही तो भी सरकार ने उसे भी नहीं माना।"
सुषमा स्वराज का बयान बेहद ही शर्मनाक
सुरजेवाला ने कहा कि "सरकार कहती रही कि जब इराक के प्रधानमंत्री भारत आएंगे तो उनसे पूछ कर पूरी बात की पुष्टि की जाएगी, पर किया कुछ नहीं। अब सवाल उठता है कि मोदी सरकार और सुषमा स्वराज देश की आंखों में धूल क्यों झोंक रही थी? सबसे दुर्भाग्य की बात तो ये है कि विदेश मंत्री आज कह रही हैं कि मरे का सब्र आ जाता है। इससे ज्यादा शर्मनाक बात उन 39 भारतीयों के परिवारों के प्रति बेरहमी की नहीं हो सकती।" उन्होंने कहा कि "पिछले कई सालों से उन भारतीयों के परिवार वाले रोज तिल-तिल कर मरते थे, तो उनका कभी ख्याल आया? वो लोग कितनी बार विदेश मंत्री से मिलने आए, न्याय की गुहार लगाई, तब भी उनको सच नहीं बताया गया। और आप हमसे कह रहे हैं कि कांग्रेस राजनीति कर रही है।"
मोदी सरकार ने असंवेदनशीलता, निर्ममता और निर्दयता की सारी हदें पार कर दी हैं।
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 20, 2018
39 भारतियों की हत्या की जा चुकी थी, परंतु भारत सरकार ने 7 बार देश और ऊनके परिवारजनों को ये कहा कि वो सब जिंदा हैं।
विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज देश को गुमराह क्यों कर रही थी? मेरा वक्तव्य-: pic.twitter.com/Btg7j98QVG
विदेश मंत्री ने हड़बड़ी में ये बयान दिया
उन्होंने आगे कहा कि "39 भारतीयों की मौत हो जाती है और विदेश मंत्री अभी भी सरकार की पीठ थपथपा रही हैं। वो प्रधानमंत्री जी और अपने सहयोगी मंत्री का धन्यवाद कर रही हैं। किस बात धन्यवाद? इसी बात का धन्यवाद कि भारत सरकार उन 39 भारतीयों को नहीं बचा पाई और 4 सालों तक उनके परिवार वालों और देश को गुमराह करती है।" सुरजेवाला ने कहा कि "सुषमा स्वराज संसद के दोनों सदनों में बयान देती हैं, प्रेस कॉन्फ्रेंस करती हैं, लेकिन ये बताना भूल जाती हैं कि आज इराक की Martyrs Foundation भारतीय समय के अनुसार दोपहर बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली है और पूरी दुनिया को 39 भारतीयों के मारे जाने की सच्चाई देने वाली है। आप चेक करें कि आज ढाई बजे इराक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ये सारी सच्चाई बताई भी है और जब लगा कि पोल खुल जाएगी तो फिर आपने हड़बड़ी में बयान दे डाला।" उन्होंने ये भी कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव आया तो आपने बयान दे दिया।
मोदी सरकार ने उनकी मौत पर राजनीति की
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि "जो भारतीय अब हमारे बीच में नहीं हैं, कम से कम उनकी मौत पर तो राजनीति नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन दुर्भाग्य है कि मोदी सरकार और सुषमा जी इस पर भी राजनीति कर रही हैं, जो कि निंदनीय है।" उन्होंने कहा कि "परिवार वालों को इतने दिनों तक आपने इंतजार करवाया और उसके बाद भी उनको ये दिन दिखाया कि उनके परिवार वालों को मौत के बारे में जानकारी संवेदनशील तरीके से उन्हें बताने की बजाय, सरकार ने पहले टीवी पर ये बात बताई। क्या इससे ज्यादा निर्दयता की कोई और घटना हो सकती है?" सुरजेवाला ने सुषमा स्वराज से माफी की मांग करते हुए कहा कि "विदेश मंत्री सभी परिवारों के पास एक-एक कर जाएं और उनसे माफी मांगें और मोदी सरकार उनके परिवारों को सम्मानजनक मुआवजा दे ताकि वो अपनी जिंदगी दोबारा शुरू कर सकें।"
Created On :   21 March 2018 8:38 AM IST