अमेठी में 21 साल है कांग्रेस के लिए अपशकुन, तीसरी बार मिली हार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के अंतिम रूझान आ चुके हैं। भारत की सत्रहवीं लोकसभा में एक बार फिर नरेंद्र मोदी प्रचंड बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। अमेठी सीट से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी स्मृति ईरानी से हार गए हैं। इसी के साथ अमेठी में कांग्रेस का 21 साल का अपशकुन बरकरार है। 1967 में अस्तित्व में आई अमेठी सीट पर यह तीसरा मौका है, जब कांग्रेस पार्टी हार गई है।
अमेठी में कांग्रेस के हारने का 21 नंबर का दिलचस्प आंकड़ा है। हर 21 साल बाद कांग्रेस अमेठी में चुनाव हारने का इतिहास बना रही है। पहली बार वर्ष 1977 में इंदिरा गांधी की ओर से आपातकाल लगाने के बाद देशभर में कांग्रेस विरोधी लहर में संजय गांधी अमेठी सीट से हार गए थे। संजय गांधी को जनता पार्टी के रविंद्र प्रताप सिंह ने हराया था। इसके ठीक 21 साल बाद वर्ष 1998 में कांग्रेस नेता कैप्टन सतीश शर्मा भाजपा के संजय सिंह से हार गए। 1988 के 21 वर्ष बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए। अमेठी सीट हारने के बाद कांग्रेस उत्तरप्रदेश में एक सीट पर सिमट गई है। रायबरेली सीट से सोनिया गांधी चुनाव जीत गई हैं।
Created On :   23 May 2019 10:24 PM IST