Pahalgam Attack: पहलगाम हिंसा पर विवादित टिप्पणी करने के बाद रॉबर्ट वाड्रा की सफाई, जानें क्या कहा?

पहलगाम हिंसा पर विवादित टिप्पणी करने के बाद रॉबर्ट वाड्रा की सफाई, जानें क्या कहा?
  • रॉबर्ट वाड्रा ने पेश की सफाई
  • कहा- हमले की निंदा करता हूं
  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद दिया था विवादित बयान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित टिप्पणी करने के बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा ने सफाई पेश की है। साथ ही, हमले की निंदा भी की। दरअसल, उन्होंने कहा था कि मजहब पूछ कर हमला इसलिए हुआ क्योंकि देश में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विभाजन पैदा हो गया है। इसी बयान के बाद कारोबारी की अब सफाई आई है।

वाड्रा की सफाई

रॉबर्ट वाड्रा ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि मैं ये शब्द पूरी ईमानदारी और सच्चाई के साथ लिख रहा हूं। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप इन्हें उसी ईमानदार भावना के साथ ग्रहण करें, जिस भावना से ये लिखे जा रहे हैं। यह स्पष्ट है कि मैंने जो कुछ साझा किया, उसे उसके संपूर्ण संदर्भ में ठीक तरह से नहीं समझा गया। चूंकि मेरे इरादों की गलत व्याख्या की गई, इसलिए मैं समझता हूं कि उन्हें स्पष्ट करना मेरी जिम्मेदारी है। मैं ईमानदारी, पारदर्शिता और सम्मान के साथ खुद को स्पष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।

कारोबारी ने आगे कहा कि मैंने कुछ दिन मौन रहकर इंतजार करने का फैसला किया, लेकिन इसे खामोशी, उदासीनता या देशभक्ति की कमी न समझा जाए। असल में, अपने देश के प्रति मेरे गहरे प्रेम, सत्य के प्रति मेरे अगाध सम्मान और समर्पण के प्रति मेरी प्रतिबद्धता के कारण ही मैंने बोलने से पहले चिंतन करने का समय लिया। मौन वह पड़ाव है जहां जिम्मेदारी परिपक्व होती है, भावनाएं शांत होती हैं और शब्दों का चयन आवेग के बजाय सावधानी से किया जा सकता है। मैं इस बारे में स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरे विचार क्या है।

वाड्रा ने की हमले की निंदा

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति ने कहा- पहलगाम में जो आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें निर्दोष लोगों की जान ली गई और उनके परिवार बिखर गए, उसकी मैं कड़ी से कड़ी निंदा करता हूं। मैं भारत के साथ खड़ा हूं और हमेशा खड़ा रहूंगा। राजनीतिक, धार्मिक या वैचारिक किसी भी रूप में ऐसा कोई तर्क नहीं है जिसके सहारे निर्दोष- निहत्थे लोगों के विरुद्ध हिंसा को माफ किया जा सके।

'आतंकवाद इंसानियत पर हमला है'

उन्होंने आगे कहा कि मेरा मानना है कि किसी भी रूप में आतंकवाद न केवल इंसानों पर बल्कि समूची इंसानियत की आत्मा पर हमला है। यह हर इंसान के भयमुक्त जीवन जीने के बुनियादी अधिकार को खत्म कर देता है। निर्दोष लोगों के खून बहाने के कृत्य को जायज ठहराने के लिए कोई भी कारण, कोई भी तर्क उचित नहीं हो सकता। जिनका जीवन छिन गया, जिनका भविष्य छिन गया, जिनके दिल अकल्पनीय दुख से भर गए हैं उन सबके लिए मैं शोक व्यक्त करता हूं। मैं सभी से महात्मा गांधी जी की सीख को याद करने का आग्रह करता हूं उन्होंने कहा था कि अहिंसा सबसे साहसी विकल्प होता है। हमारे देशवासियों का दुख हमारा अपना दुख है। आज इस दुख की घड़ी में एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करता हूं जहां कोई भी बच्चा, कोई भी परिवार, कोई भी समुदाय आतंक के साये में न रहे।

वाड्रा ने क्या कहा था?

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Created On :   28 April 2025 9:48 AM IST

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