Sukma Naxalite surrender: सुरक्षाबलों के हाथ लगी एक और बड़ी कामयाबी, दो महिला समेत 4 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 20 लाख का था नाम

सुरक्षाबलों के हाथ लगी एक और बड़ी कामयाबी, दो महिला समेत 4 नक्सलियों ने किया सरेंडर, 20 लाख का था नाम
  • सुकमा में चार इनामी नक्सलियों का सरेंडर
  • सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने चलाया था गुप्त ऑपरेशन
  • केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का रखा है लक्ष्य

डिजिटल डेस्क, सुकमा। छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को एक के बाद एक सफलता मिलती जा रही है। राज्य के नक्सल प्रभावित जिले सुकमा में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। एरिया में एक्टिव चार नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सरेंडर करने वालों में दो महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं, जिन पर छत्तीसगढ़ सरकार ने कुल 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। यह ऑपरेशन सीआरपीएफ की 131 बटालियन और नक्सल विरोधी टीम के संयुक्त प्रयासों से सफल हुआ।

सीआरपीएफ और पुलिस ने चलाया संयुक्त ऑपरेशन

सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस की टीमों ने इस ऑपरेशन को गोपनीय तरीके से अंजाम दिया। अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ चल रही मुहिम में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पण नीति और सुरक्षा बलों के दबाव के चलते हाल के महीनों में कई नक्सली हथियार छोड़ चुके हैं।

हिंसक गतिविधियों में शामिल थे नक्सली

सुरक्षाबलों के मुताबिक, ये नक्सली लंबे समय से सुकमा और आसपास के क्षेत्रों में हिंसक गतिविधियों में शामिल थे। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने बताया कि वे नक्सलवाद के रास्ते से तंग आ चुके थे। उन्होंने हिंसा और जंगल में कठिन जीवन से परेशान होकर मुख्यधारा में लौटने का फैसला किया। नक्सलियों ने यह भी कहा कि वे अब समाज का हिस्सा बनकर शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहते हैं।

मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त बनाने का है संकल्प

बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गत 1 अप्रैल को कहा था कि नक्सल समस्या अब देश के 12 जिलों से घटकर सिर्फ छह जिलों तक रह गई है। मोदी सरकार नक्सलवाद के प्रति निर्मम दृष्टिकोण और सर्वव्यापी विकास के लिए अथक प्रयासों के साथ एक सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत का निर्माण कर रही है। उन्होंने नक्सलवाद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन बताया था। उन्होंने कहा था कि मोदी सरकार 'नक्सलमुक्त भारत' बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। नक्सलवाद लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है और मोदी सरकार इसे समाप्त करने के लिए संकल्पित है। यह हमारा संकल्प है कि 31 मार्च 2026 के बाद देश में नक्सलवाद केवल इतिहास बनकर रह जाएगा।

Created On :   5 April 2025 12:05 AM IST

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