दिल्ली कोचिंग सेंटर हादसा: छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी, राजनीति भी गहराई, नगर निगम ने सील किए 13 "अवैध" कोचिंग सेंटर
- लगातार दो दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं छात्र
- इस मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है
- 13 "अवैध" कोचिंग सेंटरों को सील किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के राऊ आईएएस (RAU's IAS) कोचिंग सेंटर हादसे में तीन छात्रों की मौत के बाद स्टूडेंट्स का प्रदर्शन जारी है। आईएएस की तैयारी कर रहे छात्रों की भीड़ सड़क पर बैठी है। उनका कहना है कि, वे लगातार दो दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन कोई भी अधिकारी उनसे मिलने नहीं आया है। वहीं इस मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। बीजेपी ने इस हादसे के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी को जिम्मेदार बताया है। वहीं शिवसेना(UBT) नेता संजय राउत ने इस हादसे को पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
आपको बता दें कि, बीते शनिवार को पुराने राजिंदर नगर में स्थित राऊ आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में अचानक पानी भर जाने सिविल सेवा के तीन छात्रों की मौत हो गई थी। इनमें तानिया सोनी, श्रेया यादव और नवीन डेल्विन शामिल हैं। इसके बाद से बड़ी संख्या में छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं।
डीसीपी को सौंपी मांगें
न्यूज एजेंसी एएनआई को साहिल नामक एक छात्र ने बताया, "हम पिछले दो दिनों से यहां बैठे हैं, लेकिन एमसीडी का कोई भी अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया। हमने कल डीसीपी को अपनी मांगें सौंपी थीं- मृतकों, अस्पतालों में भर्ती लोगों के बारे में जानकारी, एफआईआर की प्रतियां, की जाने वाली कार्रवाई और मृतकों के परिवार को 1 करोड़ रुपए और घायलों को 50 लाख रुपए का मुआवजा इसमें शामिल है। लेकिन इनमें से किसी पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
अब तक कुल गिरफ्तारी
पुलिस उपायुक्त सेंट्रल एम हर्षवर्धन ने एएनआई से बात करते हुए पुष्टि की कि इस मामले में 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या सात हो गई है। डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा है कि, इस घटना में जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हम घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं।
बता दें कि, राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल को पहले ही सील कर दिया था और इसके मालिक तथा समन्वयक को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है।
नगर निगम ने 13 सेंटरों पर कार्रवाई की
कोचिंग सेंटर हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने पुराने राजिंदर नगर में कम से कम 13 "अवैध" कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है। नगर निगम की यह कार्रवाई रविवार देर रात तक जारी रही। जिन कोचिंग सेंटरों को सील किया गया, उनमें आईएएस गुरुकुल, चहल अकादमी, प्लूटस अकादमी, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, टॉपर्स अकादमी, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली आईएएस, करियर पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस आईएएस और इजी फॉर आईएएस शामिल हैं।
एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय ने अपने आदेश में कहा गया है, "ये कोचिंग सेंटर नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में चल रहे थे। उन्होंने कहा कि, कार्रवाई के दौरान इन सेंटरों को मौके पर ही सील कर दिया गया और नोटिस चिपका दिए गए हैं।
हादसे पर राजनीति
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस हादसे में तीन अभ्यर्थियों की मौत को हत्या करार दिया है। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है। साथ ही जल मंत्री आतिशी के इस्तीफे की मांग भी की है। उन्होंने हादसे में मारे गए छात्रों के परिवारों के लिए तीन-तीन करोड़ रुपए के मुआवजे की भी मांग भी की है।
वहीं शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने हादसे को लेकर एएनआई से कहा, बहुत ही दर्दनाक हादसा दिल्ली में हुआ है। अब ये सरकार आप की है या बीजेपी द्वारा नियुक्त किए गए उपराज्यपाल की है आपस में ये झगड़ा नहीं होना चाहिए बल्कि ये घटना क्यों हुई और कैसे इस घटना को आगे होने से रोके? घटना से बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ा है?....इन सब पर सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि, बच्चों से सरकार का कोई प्रतिनिधि बात करे तो हम उनका स्वागत करेंगे। लेकिन अभी तक बच्चों से कोई बात तक करने नहीं गया। पीएम मोदी को दुनिया की फिकर है लेकिन मणिपुर और दिल्ली में जो बच्चे प्रदर्शन कर रहे हैं उनसे मिलने नहीं जाएंगे।
Created On :   29 July 2024 10:23 AM IST