Pahalgam Attack: 'आतंकवाद के खिलाफ कठोर होगी कार्रवाई...', बीजेपी नेता सीपी जोशी ने पहलगाम हमले को लेकर दिया बड़ा बयान

आतंकवाद के खिलाफ कठोर होगी कार्रवाई..., बीजेपी नेता सीपी जोशी ने पहलगाम हमले को लेकर दिया बड़ा बयान
  • सीपी जोशी ने पहलगाम हमले को लेकर दिया बड़ा बयान
  • कहा- 'आतंकवाद के खिलाफ कठोर होगी कार्रवाई...'
  • पहलगाम हमले को लेकर भारत-पाक के बीच तनाव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम की घटना को बीजेपी नेता सीपी जोशी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा- पहलगाम की घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया। उरी और पुलवामा में हमारे सैनिकों पर कायराना हमला होता है और उसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से दिया गया। ये जो घटना हुई वो सभी को हैरान करने वाली थी लेकिन आज भी देश की जनता को पीएम मोदी पर विश्वास है कि जवाब जरूर मिलेगा और वो भी करारा जवाब मिलेगा।

उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी के बयान से साफ स्पष्ट होता है कि निश्चित रूप से आतंकवादियों के खिलाफ और आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। बता दें कि, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने अंधाधुन फायरिंग की। जिसके चलते 28 लोगों को मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। जिनका इलाज अस्पताल में जारी है।

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की वजह से पाकिस्तान को भारत से 5 बड़ी जवाबी कार्रवाई का खामियाजा भुगतना पड़ा है। इनमें से एक हैं सिंधु जल संधि। भारत ने पाकिस्तान से सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया है। इसके बाद से पाकिस्तान बुरी तरह से तिलमिला गया है। पाक का कहना है कि सिंधु जल संधि को सस्पेंड करके भारत युद्ध की स्थिति उत्पन्न कर दी है। इसके बाद पाक वर्ल्ड बैंक में अपील करने की बात करने लगा है। इस पर अब वर्ल्ड बैंक का बयान सामने आया है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, वर्ल्ड बैंक के प्रवक्ता ने कहा कि विश्व बैंक सीमित परिभाषित कामों के लिए ट्रीटी पर सिग्नेचरी है और हम ट्रीटी के सदस्य देशों की ओर से लिए गए संधि संबंधी संप्रभु निर्णयों पर अपनी राय नहीं रखते हैं।

केंद्रीय जल आयोग के पूर्व चीफ का आया बयान

भारत के सिंधु जल संधि निलंबित होने के बाद से लोगों के दिमाग में एक ही सवाल घूम रहा है। दरअसल, वो सवाल यह है कि क्या सिंधु जल संधि रद्द होने से पाकिस्तान को नुकसान झेलना पड़ेगा। इस संबंध में न्यूज एजेंसी आईएनएस ने केंद्रीय जल आयोग के पूर्व चीफ कुशविंदर वोहरा से चर्चा की। उन्होंने कहा कि सिंधु जल संधि निलंबन के बाद हम बाध्य नहीं है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान को जानकारी साझा करें।

वोहरा ने आगे कहा कि सिंधु जल संधि के तहत अब तक हम कुछ चीजों को लेकर बाध्य थे लेकिन, हमें सबसे पहले यह जानना भी जरूरी है कि इस संधि के तहत कौन-कौन सी नदियां हैं। उन्होंने कहा कि इस संधि के अंदर छह नदियां हैं। रावी, ब्यास और सतलुज उसका पूरा पानी भारत के लिए है। इसके अलावा सिंधु, झेलम और चिनाब का ज्यादातर पानी पाकिस्तान के लिए है।

Created On :   28 April 2025 11:09 PM IST

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