लंदन ब्रिज की तर्ज पर बना पंबन ब्रिज: ऊपर चलेगी ट्रेन, जहाज आते ही खुल जाएगा वर्टिकल ब्रिज, तमिलनाडु से रामेश्वरम तक जाना होगा और भी आसान

ऊपर चलेगी ट्रेन, जहाज आते ही खुल जाएगा वर्टिकल ब्रिज, तमिलनाडु से रामेश्वरम तक जाना होगा और भी आसान
  • तमिलनाडु से रामेश्वरम को जोड़ने के लिए बना वर्टिकल पुल
  • ऊपर से ट्रेन और नीचे से गुजरेंगे हवाई जहाज
  • जानें इस पुल की खासियत के बारे में

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु से रामेश्वरम को जोड़ने के लिए भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। साथ ही इसका ट्रायल भी हो चुका है। जिसमें एक ट्रेन 121 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुल के ऊपर से गुजरी थी। बता दें, ये पुल करीब 2.2 किमी लंबा है साथ ही अपने आप में ही एक अनोखा पुल है। चलिए जानते हैं इस पुल के बारे में कुछ खास बातें।

लिफ्टिंग मेकेनिजम का काम

वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज का लिफ्टिंग सिस्टम बहुत ही अच्छा है। जिससे इस पुल के डेक को ऊपर नीचे करके इस्तेमाल करते हैं। इस सिस्टम को चलाने के लिए हाइड्रोलिक सिलेंडर, इलेक्ट्रिक मोटर और गियर सिस्टम का भी इस्तेमाल होता है। बता दें, पुल के डेक को ऊपर और नीचे करने के लिए हाइड्रोलिक पंप और सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है। जब पुल उठाना होता है तब हाइड्रोलिक पंप तेय या पानी को सिलेंडर में भेजता है जिसके बाद सिलेंडर फैल जाता है और डेक को ऊपर की तरफ खींचता है। लेकिन, कुछ वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज में गियर सिस्टम और इलेक्ट्रिक मोटर का इस्तेमाल किया जाता है। जिससे मोटर गियर को घुमाती और डेक को ऊपर उठाने में मददगार होती है।

किसकी तरफ से बनाया गया ब्रिज

इस ब्रिज को बनाने में रेल विकास निगम लिमिटेड ने काम काम किया है। वहीं, इस पुल में दो लोको और 11 लोडेड वैगनों के साथ लोड डिफ्लेक्शन की भी व्यवस्था है। ये भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है।

कैसे करेगा काम?

इस पुल के ऊपर से ट्रेनें चलेंगी। लेकिन जब कोई समुद्री जहाज इसके पास आएगा तो ये पुल अपने आप ही ऊपर उठ जाएगा और जहाज इसके नीचे से निकल जाएगा। इस पुल को इस तरह से ही बनाया गया है कि इसके नीचे से जितना बड़ा जहाज हो वो आराम से निकल जाए।

कब और किसने रखी नींव?

पंबन पुल की नींव नवंबर 2019 में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। वहीं आरवीएनएल की तरफ से साल 2020 में इसको बनाने का काम शुरू कर दिया था। पहले इस पुल को पूरा करने की संभावना दिसंबर 2021 तक थी लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसकी समय सीमा बढ़ानी पड़ी थी। इस वजह से ही ये साल 2024 में जाकर पूरा हो पाया है।

Created On :   9 Nov 2024 11:20 AM GMT

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