यूपी: अब मुजफ्फरनगर में गैंगरेप पीड़िता पर हमला, तेजाब फेंककर जलाया
डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरनगर। हैदराबाद और उन्नाव की घटनाएं अभी लोगों के जेहन से मिटी भी नहीं थी कि रविवार को गैंगरेप की एक और दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। इसमें उत्तरप्रदेश के मुजफ्फर नगर के थाना शाहपुर क्षेत्र में यूपी के उन्नाव जैसी ही सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म के मामले में समझौता नहीं करने पर आरोपियों ने घर में घुसकर पीड़िता पर तेजाब फेंक दिया। हमले में महिला 30 प्रतिशत तक जल गई है और फिलहाल मेरठ के अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है।
मुजफ्फरनगर मामले में पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली है, लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। वारदात 3 दिन पुरानी है, शनिवार को पीड़िता ने एसएसपी दफ्तर पहुंचकर आरोपियों की गिरफ्तारी की गुहार मांग की। पीड़िता ने एसपी देहात नेपाल सिंह को बताया कि 3 माह पूर्व मुजफ्फर नगर से लौटते समय गांव के ही 3 लोगों ने कार में लिफ्ट देकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस केस में आरोपी समझौते का दबाव बनाया और धमकियां दीं।
आरोप है कि गत 4 दिसंबर को तड़के आरोपी शाहनवाज पुत्र उमरदीन, आरिफ पुत्र हबीब, शरीफ पुत्र मीदू व आबिद पुत्र अकबर पीड़िता के घर में घुस गए और पीड़िता पर तेजाब फेंक दिया। महिला का चेहरा, बायां हाथ, पेट-कमर व बायां पैर झुलस गया है। पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल भेजा, जहां से उसे मेरठ रेफर किया गया है। 5 दिसंबर को शाहपुर थाना पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है, लेकिन गिरफ्तारी नहीं की है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ग्रामीण नेपाल सिंह ने बताया कि घटना 4 दिन पहले हुई थी। हम सभी पहलू से मामले की जांच कर रहे हैं। शाहपुर थाने के क्षेत्राधिकारी गिरिजा शंकर त्रिपाठी ने कहा कि चारों शख्स बुधवार की रात को महिला के घर में जबरन घुस गए और वहां इन्होंने महिला पर तेजाब फेंक दिया, क्योंकि महिला ने उनके खिलाफ यहां के एक अदालत में चल रहे रेप के मामले को वापस लेने से इनकार कर दिया था।
त्रिपाठी ने कहा कि अपराध को अंजाम देने के बाद ये चारों आरोपी फरार हैं, लेकिन इन्हें जल्द ही गिफ्तार कर लिया जाएगा। महिला ने पुलिस से संपर्क करने के बजाय अदालत में इन चारों अभियुक्तों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया था, क्योंकि इससे पहले उसने पुलिस के पास जाकर भी इस संदर्भ में शिकायत दर्ज की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने दावा किया है कि दुष्कर्म के होने का कोई सबूत नहीं था, जिसके चलते मामले को बंद कर दिया गया था।
बता दें कि पांच दिसंबर को ही उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 23 वर्षीय रेप पीड़िता को आरोपियों सहित पांच लोगों ने मिलकर जला दिया था। आरोपी जमानत पर जेल से बाहर आए थे। करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया था और सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान 6 दिसंबर की देर रात उसने दम तोड़ दिया था। पीड़िता का शव शनिवार को उन्नाव के गांव ले जाया गया। जहां आज अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना के बाद से विपक्षी पार्टियां यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रही हैं।
Created On :   8 Dec 2019 11:47 PM IST