हर तरफ बचाओ बचाओ का शोर, एक के ऊपर गिरते लोग, नीचे गहरा पानी, झाड़ी पकड़ कर बचाई जान, मोरबी का खौफनाक मंजर और आपबीती
डिजिटल डेस्क, मोरबी। गुजरात के मोरबी में पुल हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। मच्छु नदी पर बने पुल के टूटने से अब तक 132 लोगों की जान जा चुकी है। कल शाम से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सभी घायलों को जीएमईआरएस जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एएनआई न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत में एक घायल युवक अश्विन मेहरा ने मोरबी पुल हादसे से लेकर अपनी जान बचाने की कहानी बताई। जिसके बारे में जानकर आप भी अचंभित रह जाएंगे। तो आइए जानते हैं कि घायल युवक ने आगे क्या कुछ कहा।
— ANI (@ANI) October 31, 2022
युवक ने बताई आपबीती
एएनआई न्यूज से बात करते वक्त युवक अश्विन मेहरा ने कहा कि मोरबी ब्रिज टूटने की घटना शाम के करीब 6 बजे की है। पुल के बीचोबीच में खड़े होकर 20-25 लड़के उसे हिला रहे थे। जिसके बाद अचानक पुल टूट गया। फिर घायल युवक अश्विन ने बताया कि वह नीचे गिरने के बाद एक झाड़ी पकड़ ली। झाड़ी के सहारे मैं धीरे-धीरे नदी से बाहर निकल गया। अश्विन ने ये भी बताया कि वक्त पर उसका एक दोस्त था, उसकी भी जान बच गई।
दर्दनाक मंजर रहा
अश्विन ने कहा कि पुल से गिरने के बाद लगा कि मौत मेरे सामने आ खड़ी है। सभी लोग पानी में गिर गए थे। उन्होंने कहा कि ऊपर वाले की कृपा से मेरी जान बच गई। अश्विन ने ये भी कहा कि कई लोगों ने जान झाड़ी पकड़ कर बचाई। इस वक्त घायल युवक का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उसके पैर में गभीर चोटें आई हैं। पुल गिरते ही चारों तरफ लोगों का शोर ही सुनाई दे रहा था, आसपास के नदी में गिरे लोगों को बचाने की कोशिश में लगे थे। ऐसे दर्दनाक मंजर देखकर हर किसी का रूह कांप गया।
सीएम ने मुआवजे का किया ऐलान
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपए व घायलों को 50-50 हजार रूपए देने का ऐलान किया है। मोरूबी पुल 140 साल पुराना बताया जा रहा है। कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत कराई गई थी। तथा पांच दिन पहले ही जनता के लिए खोला गया था।
Created On :   31 Oct 2022 5:42 PM IST