डीजी वंजारा का दावा- इशरत जहां एनकाउंटर केस में हुई थी पीएम मोदी से पूछताछ
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में आरोपी पूर्व आईपीएस अधिकारी डीजी वंजारा ने खुद को आरोपमुक्त किए जाने के लिये स्पेशल CBI कोर्ट में एक याचिका दायर की है। इस याचिका में वंजारा ने एक बड़ा खुलासा किया है। वंजारा ने याचिका में कहा है कि इशरत जहां एनकाउंटर मामले में तत्कालीन गुजरात सीएम नरेन्द्र मोदी से भी पूछताछ की गई थी। वंजारा ने बताया, "उस समय मोदी जी से पूछताछ हुई थी लेकिन इस मामले के रेकार्ड में ऐसी सामग्री नहीं रखी गई। तत्कालीन जांच टीम चाहती थी कि राज्य के मुख्यमंत्री को इस मामले में आरोपी बनाया जाए। इसके लिए आरोप पत्र की पूरी कहानी गढ़ी गई।"
बता दें कि वंजारा की याचिका पर विशेष सीबीआई जज जेके पांडया ने सोमवार (12 मार्च) को सीबीआई को नोटिस जारी कर 28 मार्च तक जवाब मांगा है। वंजारा ने अपनी याचिका में यह भी कहा है कि जांच एजेंसी द्वारा दाखिल आरोपपत्र पूरी तरह से मनगढ़ंत है और उनके खिलाफ मुकदमा योग्य कोई चीज नहीं है। वंजारा ने कहा, "सीबीआई द्वारा दर्ज किए गये गवाहों के बयान बहुत ही संदिग्ध हैं। सीबीआई ने बयान को तोड़ मरोड़ है।" याचिका में वंजारा ने गुजरात पुलिस के पूर्व प्रभारी महानिदेशक पीपी पांडे को मामले से आरोपमुक्त किए जाने के आधार पर खुद को आरोपमुक्त किए जाने का अनुरोध किया है।
क्या था इशरत जहां मामला
15 जून 2004 को अहमदाबाद में हुए एक पुलिस एनकाउंटर में 19 साल की युवती इशरत जहां, जावेद शेख, अमजद राणा और जीशान जौहर नाम के चार लोगों की मौत हो गई थी। यह एनकाउंटर तत्कालीन गुजरात के डीआईजी डीजी बंजारा के नेतृत्व में हुआ था। एनकाउंटर के बाद पुलिस के साथ साथ खुफिया एजेंसियों ने दावा किया था कि मारे गए चारों लोग लश्कर ए तैयबा के आतंकी थे और उनका प्लान गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करना था। वहीं इशऱत जहां के परिवारजनों ने एनकाउंटर को फर्जी बताया था। कांग्रेस पार्टी ने भी तत्कालीन गुजरात सरकार पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया था।
Created On :   14 March 2018 12:06 AM IST