LAC पर तनाव: भारतीय सेना ने खोली चीन के दावों की पोल, कहा- PLA ने की फायरिंग, जानबूझकर भड़काने की कोशिश
- पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर फिर बढ़ा तनाव
- भारत ने चीन के सभी आरोपों को किया खारिज
- भारतीय सैनिकों पर LAC पार करने का आरोप
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी पर फायरिंग की घटना के बाद फिर से भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। फिलहाल सीमा को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के आसार भी नहीं दिख रहे हैं। दरअसल सोमवार देर रात चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय सैनिकों पर सीमा पार करने और गोलीबारी करने का आरोप लगाया। मंगलवार को भारत ने चीन के इस दावे की पोल खोलते हुए बताया कि, एलएसी पर चीन की तरफ से लगातार उकसाने वाली गतिविधियां की जा रही हैं। इस बार भी चीन की सेना ने ही सीमा पर फायरिंग की। जानबूझकर भारतीय सैनिकों को भड़काने की कोशिश की जा रही है।
भारतीय सेना ने LAC को नहीं किया पार
चीन द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए भारतीय सेना ने कहा है कि, हमारी सेना ने न तो एलएसी पार किया और न ही फायरिंग सहित किसी भी आक्रामकता का इस्तेमाल किया। चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत के बीच समझौते का उल्लंघन कर रहा है और लगातार आक्रमक युद्धाभ्यास कर रहा है।
In the instant case on 07 September, it was China"s PLA troops who were attempting to close-in with one of our forward positions along the LAC when dissuaded by own troops, PLA troops fired a few rounds in the air in an attempt to intimidate own troops: Indian Army https://t.co/OtW4YgPKwJ
— ANI (@ANI) September 8, 2020
7 सितंबर के ताजा मामले को लेकर भारतीय सेना ने कहा, सोमवार को पीएलए सैनिकों ने हमारे एक फॉरवर्ड पोजिशन पर आने का प्रयास किया, जब हमारे जवानों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो चीनी सैनिकों ने हवा में कुछ राउंड फायरिंग की। भारत के सैनिकों को डराने और दबाव बनाने की कोशिश की, इस सभी उकसावे के बावजूद हमारे सैनिकों ने संयम का परिचय दिया और परिपक्वता दिखाते हुए जिम्मेदार तरीके से व्यवहार किया। भारतीय सेना शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है, हालांकि, यह हर कीमत पर राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए भी दृढ़ है।
चीन का भारतीय सैनिकों पर आरोप
सीमा पर जारी तनाव के बीच चीन ने दावा किया था कि, भारतीय सैनिकों ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हवाई फायरिंग करके चेतावनी दी थी, जिसके चलते पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को जमीन पर अपनी स्थिति को स्थिर रखने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
China claims Indian troops crossed LAC near Pangong Tso
— ANI Digital (@ani_digital) September 8, 2020
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एक बयान में पीएलए वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली ने दावा किया है कि, भारतीय सेना ने सीमा को पार किया और चीन-भारतीय सीमा के पश्चिमी खंड बांगो हुनान में प्रवेश किया। चीन ने कहा, भारत की कार्रवाई ने चीन और भारत के बीच प्रासंगिक समझौतों का उल्लंघन किया है। उसने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाया है और गलतफहमी पैदा की है।
China government-owned Global Times claims that Indian troops crossed the Line of Actual Control (LAC) near the south bank of Pangong Tso Lake on Monday. https://t.co/nz4sQ3OlsC
— ANI (@ANI) September 8, 2020
वहीं चीनी पीपुल्स लिबरेशन के वेस्टर्न थिएटर कमांड के कर्नल झांग शुइली ने एक बयान में कहा, भारतीय सेना ने चीनी सीमा के गश्ती दल के सैनिकों को धमकी देने के लिए फायरिंग की, जिसने चीनी सैनिकों को जमीन पर अपनी स्थिति स्थिर रखने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर किया।
चीन ने कहा, भारत की कार्रवाई ने चीन और भारत के बीच प्रासंगिक समझौतों का उल्लंघन किया है। उसने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाया है और गलतफहमी पैदा की। यह गंभीर सैन्य उकसाव और गलत बर्ताव है। हम भारतीय पक्ष से आग्रह करते हैं कि वे ऐसे खतरनाक काम को तुरंत रोकें, क्रॉस-लाइन कर्मियों को हटाएं, अग्रिम पंक्ति के सैनिकों को कड़ाई से शांत रहने के लिए कहें और जिन लोगों ने फायरिंग की उन्हें दंडित करें। ताकि सुनिश्चित हो कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी।
पिछले हफ्ते ही भारतीय सैनिकों ने पीएलए द्वारा पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिण में यथास्थिति को बदलने के प्रयासों का करारा जबाव दिया था। भारतीय सेना की इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया करते हुए शी जिनपिंग शासन ने धमकी दी थी कि इससे चीन-भारत सीमा पर निश्चित रूप से तनाव बढ़ेगा, क्योंकि भारत एलएसी पार कर गया है और जानबूझकर उकसा रहा है। भारत ने बीते गुरुवार को चीन से कहा था, वह द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुसार, विवादास्पद बिंदुओं से सैनिकों को हटाकर एलएसी और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करने में ईमानदारी दिखाए।
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगभग चार महीने से गतिरोध जारी है। कई स्तरों के संवाद के बावजूद अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। एक महीने में चार बार चीन घुसपैठ की कोशिश कर चुका है। इससे पहले 15 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और वहीं हताहत चीनी सैनिकों की संख्या अब तक अज्ञात है।
Created On :   8 Sept 2020 12:11 PM IST