हाईलाइट
  • चीन के विदेश मंत्री वांग यी के इस्लामाबाद दौरे के बाद ये बयान जारी किया गया था
  • जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए चीन-पाकिस्तान के संयुक्त बयान पर भारत ने आपत्ति जताई है
  • भारत ने कहा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए चीन-पाकिस्तान के संयुक्त बयान पर भारत ने आपत्ति जताई है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी के इस्लामाबाद दौरे के बाद ये बयान जारी किया गया था। भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर का भी विरोध किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मंगलवार को इसे लेकर बयान जारी किया है।

रवीश कुमार ने कहा, "हम जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए चीन और पाकिस्तान के संयुक्त बयान को अस्वीकार करते हैं। JK भारत का अभिन्न अंग है। दूसरी ओर, भारत ने हमेशा से ही चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त की है। ये परियोजना भारत के उस क्षेत्र में है जिस क्षेत्र पर पाकिस्तान ने 1947 में अवैध रूप से कब्जा कर लिया था। भारत किसी अन्य देश की सहायता से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में यथास्थिति को बदलने वाली किसी भी तरह की कार्रवाई का विरोध करता है।"

रविवार को चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा था कि वह "वह ऐसे किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध करता है जो क्षेत्रीय हालात को मुश्‍किल में डालता हो।" बता दें कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी पाकिस्‍तान के दो दिवसीय दौरे पर हैं। उन्‍होंने पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान व अपने समकक्ष महमूद कुरैशी, राष्‍ट्रपति आरिफ अल्‍वी व आर्मी स्‍टाफ जनरल कमर जावेद बाजवा से बातचीत की। वांग यी ने कहा इस दौरान यह भी कहा था कि चीन और पाकिस्तान की मित्रता मजबूत है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी चीन ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए यूनाइटेड नेशन में कश्मीर का मुद्दा उठाया था। हालांकि ज्यादातर देशों ने इस मामले में भारत का साथ दिया था। इससे पहले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के भारत के कदम पर वांग यी ने कहा था, भारत सरकार की लद्दाख (जिसमें चीन का क्षेत्र शामिल है) को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा ने चीन की संप्रभुता को चुनौती दी है।

उन्होंने कहा था, सीमा क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दो देशों के बीच हुए समझौते का भारत ने उल्लंघन किया है। दरअसल, चीन कहता रहा है कि अक्साई चिन समेत लद्दाख इलाक़ा ऐसे सीमाई विवाद का हिस्सा है, जो अभी तय नहीं हुआ है। 

Created On :   10 Sept 2019 3:20 PM IST

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