भारत ने श्रीलंका को 760 किलो महत्वपूर्ण जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति की

India supplies 760 kg of vital life saving drugs to Sri Lanka
भारत ने श्रीलंका को 760 किलो महत्वपूर्ण जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति की
आर्थिक संकट भारत ने श्रीलंका को 760 किलो महत्वपूर्ण जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति की
हाईलाइट
  • श्रीलंका को पहले ही 2.5 अरब डॉलर की मदद की है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत ने श्रीलंका को 107 प्रकार की महत्वपूर्ण जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति की है। इन दवाओं का वजन 760 किलोग्राम है। श्रीलंका इस समय सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।

मौजूदा संकट के दौरान श्रीलंका को महत्वपूर्ण चिकित्सा सहायता देने के व्यापक उद्देश्य के साथ आईएनएस घड़ियाल, मिशन सागर 9 के हिस्से के रूप में दवाओं की खेप लेकर शुक्रवार को कोलंबो पहुंचा।

दवाओं की खेप श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री चन्ना जयसुमना ने प्राप्त किया। ये दवाएं पेराडेनिया विश्वविद्यालय के अस्पताल को आपूर्ति की जाएगी।

भारत के सागर दृष्टिकोण के अनुरूप, क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के उद्देश्य से भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर क्षेत्र के तटीय इलाकों की सहायता के लिए मिशन सागर शीर्षक से कई जहाजों की मित्रवत तैनाती की है।

भारतीय नौसेना ने मई 2020 से ऐसे आठ मिशनों को सफलतापूर्वक पूरा किया है, जिसमें 18 मित्र देशों में 10 जहाजों को तैनात किया गया है।

भारत ने इस महीने की शुरुआत में अपनी नीति पड़ोस पहले के अनुरूप श्रीलंका को और 2 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता देने की इच्छा जताई थी।

नई दिल्ली ने कोविड के आर्थिक सुधार के बाद श्रीलंका को पहले ही 2.5 अरब डॉलर की मदद की है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था, हम पड़ोसी और करीबी दोस्त हैं। एक विकसित आर्थिक स्थिति के साथ-साथ अन्य विकास भी हुए हैं। वहां की आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद करने के लिए हमने पिछले दो से तीन महीनों में 2.5 अरब डॉलर की सहायता प्रदान की है, जिसमें ईंधन और भोजन के लिए ऋण सुविधाएं शामिल हैं, जिनकी सबसे अधिक जरूरत है।

मार्च के मध्य से 2,70,000 मीट्रिक टन से अधिक खाद्यान्न और तेल श्रीलंका को पहुंचाया गया है। इसके अलावा, हाल ही में विस्तारित 1 अरब डॉलर क्रेडिट लाइन के तहत 40,000 टन चावल की आपूर्ति की गई है।

श्रीलंका की अर्थव्यवस्था तेजी से घटते विदेशी मुद्रा भंडार और बढ़ती मुद्रास्फीति की दोहरी चुनौती का सामना कर रही है, जिससे यह दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है। यह अस्थिर ऋण स्तरों के साथ सॉल्वेंसी के मुद्दों का भी सामना कर रहा है।

विदेशी मुद्रा की अभूतपूर्व कमी के कारण श्रीलंका के लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं किया जा सकता।

(आईएएनएस)

Created On :   29 April 2022 9:00 PM IST

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