चीन में हाहाकर मचाने वाला कोरोना का नया वैरिएंट BF-7 भारत में कितना होगा असरदार? जानिए एक्सपर्ट्स की क्या है राय  

चीन में हाहाकर मचाने वाला कोरोना का नया वैरिएंट BF-7 भारत में कितना होगा असरदार? जानिए एक्सपर्ट्स की क्या है राय  
कोरोना अपडेट चीन में हाहाकर मचाने वाला कोरोना का नया वैरिएंट BF-7 भारत में कितना होगा असरदार? जानिए एक्सपर्ट्स की क्या है राय  
हाईलाइट
  • ओमिक्रॉन का कोई भी सब वेरिएंट
  • पुराने कोरोना वायरस की तरह ही बर्ताव करेगा।

डिजिटल डेस्क,दिल्ली।  चीन में कोरोना का नया वेरिएंट BF.7 तेजी से फैल रहा है। यहां पर बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। चीन में मरीजों को अस्पताल में तक जगह नहीं मिल रही है आए दिन यहां के वीडियो सामने आते रहते हैं जो दुनिया को फिर से कोरोना को लेकर सोचने पर मजबूर कर रहे हैं। ऐसे में भारत के लोगों में भी यह आशंका है कि क्या भारत में भी इस वैरिएंट की वजह से कोरोना की नई लहर आएगी? लोगों को इस बात का भी डर सता रहा है कि कहीं भारत में फिर से लॉकडाउन का डर भी सताने लगा है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत के लोगों को इस वैरिएंट का सामना नहीं करना पड़ेगा। 

बेंगलुरू में स्थित टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक के वायरोलॉजिस्ट डॉक्टर वी रवि ने इन सवालों के बारे में कहा की इस वेरिएंट से भारतीय आबादी को बहुत अधिक खतरे का सामना नहीं करना होगा।   
यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि इस वेरिएंट से संक्रमित होने के बाद सबसे खराब स्थिति में लोगों को एक या दो दिन के लिए सांस से जुड़ी हुई मामूली समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डॉ. रवि ने कोरोना के नए वैरिएंट के बारे में कहा कि संभावना जताई जा रही है कि यह पुराने कोरोना वायरस की तरह ही बर्ताव करेगा। 

चीन में खरतनाक साबित हो रहा है यह वैरिएंट

डॉ. रवि ने चीन में जो वर्तमान में कोरोना की वजह से स्थिति निर्मित हुई है उसको लेकर कहा कि चीन में ज्यादातर आबादी न तो वेरिएंट के संपर्क में आई है ना ही उन्हें वैक्सीन लगी है।  इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस स्थिति में चीन के लोगों में, ओमिक्रॉन का कोई भी सब वेरिएंट, पुराने कोरोना वायरस की तरह ही बर्ताव करेगा।
यानी इस स्थिति में कोरोना का कोई भी नया वैरिएंट चीन में उतना ही खतरनाक साबित होगा जितना कोरोना महामारी की शुरूआत में था। लेकिन भारत में ऐसा नहीं होगा। 

एक्सपर्ट्स ने भारत में इस वैरिएंट के असर के कम होने के पीछे का कारण बताए कि बड़ी संख्या में भारतीयों ने वैक्सीन लगवाकर अपनी इम्यूनिटी मजबूत कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों में कोरोना से संक्रमित होकर भर्ती होने वाले मरीजों और वायरस की वजह से होने वाली मौतों पर नजर रखने से कोविड मामलों की संख्या की सटीक जानकारी मिल सकती है।  

बता दें हाल ही में कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि कोरोनो से बचने का केवल एक ही मंत्र है घबराने की बजाय तैयार रहें। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अभी सुरक्षित है क्योंकि यहां के लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। 

Created On :   26 Dec 2022 6:32 PM IST

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