हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या-जांच में मिले संकेत

Hints found in the murder-investigation of Bajrang Dal worker to further Hindutva agenda
हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या-जांच में मिले संकेत
कर्नाटक हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या-जांच में मिले संकेत
हाईलाइट
  • सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने वायरल किया

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या की प्रारंभिक जांच में इस बात के संकेत मिले है कि हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उसकी हत्या की गई। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी है। सूत्रों ने कहा कि जांच से यह भी पता चला है कि इस घटना को सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने वायरल किया था। यह हत्या में एक संगठन की संलिप्तता की ओर भी इशारा करता है।

पुलिस सूत्रों ने पुष्टि करते हुए कहा कि जांचकर्ता सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई), पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के संभावित लिंक खोजने के लिए सामग्री एकत्र कर रहे है। सरकार ने इन संगठनों के खिलाफ सामग्री इकट्ठा करने, भारत सरकार से इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की हैं। पुलिस ने कहा कि एजेंसियां कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) की भूमिका की भी जांच कर रही हैं, जिसमें कॉलेज के छात्रों को प्रशिक्षण देकर हिजाब का मुद्दा उठाने की साजिश रची गई थी।

28 वर्षीय हर्ष गोहत्या, गायों के अवैध परिवहन से जुड़े मामलों में हिंदू धर्म से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन में सबसे आगे थे। पुलिस ने कहा कि हर्ष सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय थे, और हिंदुत्व समर्थक संदेशों को अंजाम देते थे, जिससे बहुत सारे लोग नाराज हो जाते थे।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र पहले ही कह चुके हैं कि पुलिस अपराध की जड़ तक जा रही है। पुलिस ने हत्या के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि, वे कह रहे हैं कि जो दिख रहा है उससे कहीं अधिक है। सीएम बोम्मई और गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा है कि जांचकर्ता इस हत्याकांड को हिजाब विवाद से जोड़कर देख रहे हैं. 2015 में मंगौरू मुस्लिम फेसबुक अकाउंट में हर्ष के खिलाफ हंगामा किया गया था। हत्या के बाद बदमाशों ने एक और भड़काऊ संदेश पोस्ट किया, जो वायरल हो गया।

इस बीच हर्ष के परिवार की मदद के लिए राज्य भर से आर्थिक मदद की जा रही है। हर्ष इकलौता पुत्र था और उसके परिवार में दो बहनें और बूढ़े माता-पिता हैं। हालांकि, परिवार ने वित्तीय सहायता के लिए कोई अपील नहीं की और हिंदुओं और मुसलमानों को भाइयों की तरह शांति से रहने के लिए कहा है। परिवार के लिए अब तक 16 लाख रुपये एकत्र किए गए हैं।

 

(आईएएनएस)

Created On :   23 Feb 2022 12:01 PM IST

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