आतंकी धमकियों के बीच शुरू हुई अमरनाथ यात्रा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए इस बार ऐसे इंतजाम की 25 किलो का आईईडी बम भी हो जाएगा फेल!
डिजिटल डेस्क,नईदिल्ली। हर हर महादेव के जयकारों के साथ ही दो साल बाद अमरनाथ यात्रा गुरूवार को फिर से शुरू हो गई। उत्साहित तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए यात्रा शुरू कर दी है। वहीं इस बार यात्रियों को किसी भी आकस्मिक स्थिति से बचाने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दरअसल इस बार अमरनाथ यात्रा पर आतंक का साया भी मंडरा रहा है। इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को चौकस किया गया है।
आईईडी ब्लास्ट भी होगा बेअसर
अमरनाथ गुफा में पहुंचने से पहले यात्रियों को हिमालय की चोटियों के बीच से होते हुए दूरी तय करनी पड़ती है। यह यात्रा सुरक्षित तरीके से संपन्न हो सके इसलिए इस बार हाईटेक सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। यहां पर विस्फोटकों का पता लगाने व अन्य कार्यों के लिए सुरक्षा बलों के साथ ही 200 बुलेट प्रूफ वाहनों को संवेदनशील जगहों पर रखा गया है। ये ऐसे बुलप्रूफ वाहन हैं जिन पर एक निश्चित कैपेसिटी वाला आईईडी ब्लास्ट भी बेअसर होगा।
एनआई के मुताबिक ये वाहन एक उच्च टेक्नोलॉजी के ऑटोमैपिंग सुविधा से लैस है जो जंगलों और ऊंचाई वाली जगहों पर आसानी से चलने की क्षमता रखते हैं। एनआई को एक अधिकारी ने कहा कि इन वाहनों की विशेषज्ञता यह है कि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का आसानी से पता लगाने में सक्षम है। यही नहीं श्रीनगर और जम्मू को अमरनाथ से जोड़ने वाले रास्तों में आईईडी का पता लगाने में सक्षम 200 वाहनों को खड़ा किया गया है इन वाहनों में से कई में डीप पेनेट्रेटिंग रडार (डीपीआर) सिस्टम लगा हुआ है। जो गहरे दबे आईईडी को तलाशने में भी सक्षम है।
एएनआई के मुताबिक अगर इन वाहनों पर हमला किया जाता है, तो लगभग 25 किलो वजन आईईडी के विस्फोट से भी नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता है।। इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा बल हाई-टेक गैजेट्स के साथ वाहनों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ड्रोन हमले की आशंका
जम्मू-कश्मीर में बीते महीने में चिपकने वाले बम की घटनाएं सामने आई थी। इसके साथ ही ड्रोन हमले की भी आशंका जताई गई है। आतंकियों और उनके "अंडर ग्राउंड वर्कर" के द्वारा बड़े स्तर पर हैंड ग्रेनेड का बड़ी मात्रा में इस्तेमाल भी चिंता का कारण बना हुआ है।इन्ही वजहों को ध्यान में रखते हुए सरकार अमरनाथ यात्रा को विशेष सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है
Created On :   1 July 2022 2:14 PM GMT