राहुल गांधी के साथ मीटिंग का वीडियो सामने आने के बाद बोले हार्दिक- 'मैं जिससे चाहूं मिलूंगा'
डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। कांग्रेस वाइस प्रेसिडेंट राहुल गांधी और पाटीदारों के नेता हार्दिक पटेल की मुलाकात का वीडियो सामने आने के बाद अब इस पर सियासत तेज हो गई है। एक तरफ जहां बीजेपी ने राहुल और हार्दिक पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है, वहीं हार्दिक पटेल ने राहुल गांधी से किसी भी तरह की मुलाकात होने से इनकार किया है। हार्दिक ने ये भी कहा कि वो एक डेमोक्रेटिक कंट्री में रहते हैं, और जिससे चाहे मिल सकता हैं। इसके साथ ही हार्दिक ने ये भी कहा कि वो होटल के मालिक के खिलाफ FIR भी दर्ज कराएंगे।
और क्या कहा हार्दिक ने?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हार्दिक पटेल ने राहुल गांधी से मुलाकात से इनकार करते हुए गुजरात की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार की सिक्योरिटी एजेंसी ने अहमदाबाद के फाइव स्टार होटल से निकलने के 7 सेकंड बाद ही वीडियो फुटेज जारी कर दिया। हार्दिक ने आगे कहा कि, "मैं एक डेमोक्रेटिक कंट्री में रहता हूं और एक आंदोलन को लीड कर रहा हूं। मैं कोई क्रिमिनल नहीं हूं और जिससे चाहूं उससे मिलने का राइट्स मेरे पास है।"
गुजरात देश का "सर्विलांस रिपब्लिक"
इसके आगे हार्दिक पटेल ने बताया कि, "मुझे नहीं पता था कि वहां रात भर रुकना होगा, इसलिए बाद में मेरा एक दोस्त मेरे कपड़े लेकर आया। बीजेपी ने मुझ पर कांग्रेस नेताओं से रुपए लेने के आरोप लगाए हैं। यदि IB के एजेंट मेरे मूवमेंट के समय मौजूद थे, तो उन्हें मुझे कैश के साथ गिरफ्तार करना चाहिए था और सबके सामने खुलासा करना चाहिए था तो फिर उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया?" हार्दिक पटेल यहां ही नहीं रुके, इसके आगे भी उन्होंने गुजरात सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, "गुजरात देश का सर्विलांस रिपब्लिक है। ये बहुत खतरनाक है कि हम क्या खाते-पीते हैं, क्या पहनते हैं, कहां जाते हैं, किससे मिलते हैं? इन सबको सरकार मॉनिटर करना चाहती है।" पटेल ने आगे कहा कि, "मैं उस दिन राहुल गांधी से नहीं बल्कि अशोक गहलोत से मिला था और जल्द ही राहुल गांधी से भी मिलूंगा।"
हार्दिक और कांग्रेस हुए एक्सपोज : बीजेपी
राहुल गांधी और हार्दिक पटेल की मुलाकात का सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद बीजेपी भी आक्रामक हो गई है। बीजेपी का कहना है कि हार्दिक और कांग्रेस के षड्यंत्र का खुलासा हो गया। इस मामले में गुजरात में गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि, "बीजेपी हर तरह की जांच के लिए तैयार है। इसमें क्या गलत है? हार्दिक राहुल गांधी से अपनी मुलाकात क्यों छिपा रहे हैं? ऐसा क्या है जिसे हार्दिक छुपाकर रखना चाहते हैं?" इसके आगे उन्होंने ये भी कहा कि, "वीडियो फुटेज सामने आने के बाद हार्दिक और कांग्रेस की ये प्राइवेट मीटिंग एक्सपोज हो गए हैं और हम पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। चुनावों में उनको इसका जवाब मिलेगा।"
बीजेपी को है हार का डर : अशोक गहलोत
वहीं कांग्रेस नेता और गुजरात में पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि, बीजेपी को चुनाव हारने का डर सता रहा है। गहलोत ने कहा कि, "गुजरात सरकार का इस तरह गिरना नागवार है। सरकार गुजरात में हर किसी को डर में रखना चाहती है। सरकार ईडी, पुलिस और इनकम टैक्स का इस्तेमाल लोगों को डर में रखने के लिए करती है।" उन्होंने आगे कहा कि मैंने हार्दिक को इनवाइट किया था और मैं जिग्नेश मेवानी और अल्पेश ठाकोर से भी कांग्रेस जॉइन करने से पहले मिल चुका हूं। उन्होंने आगे कहा कि गुजरात के डिप्टी सीएम कहते हैं कि चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस हाफिज सईद से भी हाथ मिला सकती है। ये सब कुछ आने वाले चुनाव में बीजेपी की हार का डर बयां कर रही है।
23 अक्टूबर को हुई थी हार्दिक-राहुल की मुलाकात?
दरअसल, गुजरात दौरे पर आए राहुल गांधी अहमदाबाद के एक फाइव स्टार होटल उमेद में ठहरे हुए थे। हार्दिक-राहुल की मुलाकात वीडियो 23 अक्टूबर की रात का है। इस वीडियो में रात 12 बजकर 6 मिनट पर हार्दिक पटेल होटल उमेद की लॉबी में आते हैं और सीधे रूम नंबर 224 में दाखिल होते हैं। इसके करीब एक घंटे बाद देर रात 1 बजकर 2 मिनट पर राहुल गांधी कॉरिडोर में आते हैं और वह भी उसी कमरे में दाखिल होते हैं जहां हार्दिक पटेल पहले से मौजूद हैं। रात करीब 1 बजकर 56 मिनट पर हार्दिक कमरे से बाहर निकलते हैं। यानी दोनों के बीच करीब 54 मिनट तक बातचीत हुई।
Created On :   25 Oct 2017 2:28 PM IST