सरकार से पुलिस थाने में मारपीट पर नाबालिग को मुआवजा दे : एनएचआरसी
- मानवाधिकार का हनन
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने असम सरकार से छह महीने पहले राज्य के मोरीगांव जिले के एक पुलिस स्टेशन के अंदर कथित तौर पर मारपीट करने वाले 13 वर्षीय लड़के को 25,000 रुपये का मुआवजा देने को कहा है। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
एनएचआरसी के उप रजिस्ट्रार कानून इंद्रजीत कुमार ने बुधवार को असम के मुख्य सचिव पवन कुमार बोरठाकुर को लिखे पत्र में राज्य सरकार से आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने और नाबालिग को चार सप्ताह के भीतर मुआवजा देने को कहा।
घटना 9 मार्च की है, जब लाहौरीजन थाने में सहायक उप निरीक्षक उपेन बोरदोलोई ने थाना परिसर में खड़ी एक जब्त गाड़ी से बिस्कुट लेने की कोशिश कर रहे लड़के को पकड़ लिया।
एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें थाने के अंदर पुलिस अधिकारी नाबालिग लड़के को बार-बार डंडे से पीटता नजर आ रहा है। बोरदोलोई को 22 मार्च को सेवा से निलंबित कर दिया गया था और उनके खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इसके बाद मानवाधिकार संस्था के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई। एनएचआरसी के आदेश में कहा गया है कि उसने इस घटना को गंभीरता से लिया है, क्योंकि एक पुलिस अधिकारी द्वारा एक नाबालिग के मानवाधिकार का हनन किया गया है। पुलिस विभाग ने भी बाद में अपनी रिपोर्ट में घटना को स्वीकार किया।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   16 Sept 2022 1:00 AM IST