नागरिकता कानूनः पुलिस ने एक हफ्ते बाद वीडियो जारी कर दिखाए दिल्ली जलाने के असली सबूत 

Citizenship Law: Police released video after a week showing real evidence of burning Delhi
नागरिकता कानूनः पुलिस ने एक हफ्ते बाद वीडियो जारी कर दिखाए दिल्ली जलाने के असली सबूत 
नागरिकता कानूनः पुलिस ने एक हफ्ते बाद वीडियो जारी कर दिखाए दिल्ली जलाने के असली सबूत 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नागरिकता कानून के विरोध में देशभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शन के दौरान अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हो चुके हैं। वहीं पुलिस ने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। इस बीच पुलिस ने दिल्ली में 15 दिसंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के कुछ वीडियो जारी किए हैं। इन वीडियों में दिखाया गया है कि दिल्ली के जामिया नगर, जामा मस्जिद, सीलमपुर और जाफराबाद इलाकों हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने किस प्रकार पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया। इन वीडियों में से एक में कुछ लोग एक बाइक को आग के हवाले करते नजर आ रहे हैं। दूसरे वीडियो में एक बाइक से पैट्रोल निकालने की तस्वीरें हैं। तीसरे वीडियो में डीटीसी की बस जलाने के फुटेज हैं।
 
बता दें कि 15 दिसंबर जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों ने प्रदर्शन किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस पर विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर छात्रों के साथ मारपीट करने का आरोप लगा। इसके बाद जामिया के छात्रों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। वहीं, दिल्ली में तीन बसों को जलाए जाने पर जामिया की वीसी नजमा अक्तर ने कहा था कि जामिया के छात्रों का इसमें हाथ नहीं है। एक बार के लिए पुलिस पर तीन बसों में से एक बस में आग लगाने का भी आरोप लगा था।  

इसके बाद दिल्ली पुलिस ने घटना के सात दिन बाद रविवार 22 दिसंबर को तीन सीसीटीवी फुटेज जारी किए, जिसमें उपद्रवी गाड़ियों में आग लगाते दिख रहे हैं। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने दावा किया है कि ये वीडियो 15 दिसंबर का है। इन वीडियो में बाइक से पैट्रोल निकालने और वाहनों को आग लगाने की तस्वीरें कैद हैं। पुलिस के मुताबिक, इनसे प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वाले लोगों की पहचान की जा सकती है।

 

 

 

 

उपद्रवियों ने 4 बसों सहित 8 वाहन फूंक दिए थे

15 दिसंबर को नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पास उपद्रवी भीड़ ने 4 बसों समेत 8 वाहन फूंक दिए थे और पथराव कर तोड़फोड़ की थी। उपद्रवियों को खदेड़ते हुए पुलिस यूनिवर्सिटी में घुस गई थी। पुलिस ने लाठीचार्ज कर छात्रों को बाहर निकाला था। पुलिस के बल प्रयोग में करीब 100 से अधिक छात्र जख्मी हुए थे। 52 छात्रों को हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने मामले में दंगा भड़काने, उपद्रव मचाने, सरकारी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने, पुलिस पर हमला करने की धाराओं के तहत मुकदमा भी दर्ज किया था।

Created On :   23 Dec 2019 6:23 AM IST

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