ओमिक्रॉन से ठीक होने के बाद हो सकती है गंभीर बीमारियां? एक्सपर्ट्स ने दिया जवाब
- ओमिक्रॉन की वजह से फेफड़ों में हो रहे है पैचेज
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कोरोना के नए वेरिएंट ने दुनिया भर में तबाही मचा रखी है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। देशभर में ओमिक्रॉन के आंकड़ें 900 के पार जा चुके है। दिल्ली में सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए है। इसका संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल उठता है कि, क्या डेल्टा की तरह ओमिक्रॉन से ठीक होने के बाद भी गंभीर बीमारियां हो सकता हैं? क्या फेफड़ों और हार्ट को खतरा हो सकता है? इन सवालों का जवाब हम एक्सपर्ट्स से जानेंगे।
डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स लगातार इस पर अध्ययन कर रहे है। आज तक की खबर के अनुसार, मेदांता अस्पताल में पल्मोनोलॉजिस्ट डॉक्टर अरविंद कुमार ने AIR से खास बात-चीत की और ऐसे ही कई सवालों का जवाब दिया।
इन हिस्सों पर होगा असर
डॉक्टर अरविंद के अनुसार, "अब तक के मामलों और अध्ययन के देखकर ये पता लगा है कि, ओमिक्रॉन की वजह से शरीर में काफी हल्की बीमारी हो रही है। फेफड़ों में पैचेज तो आ रहे है। लेकिन, कोई बड़ा खतरा या नुकसान अब तक सामने नहीं आया है। डॉक्टर अरविंद ये भी कहते है कि, ये परिणाम सिर्फ शुरुआती डेटा के आधार पर सामने आए है। डेल्टा में भी शुरू-शुरू में इतने गंभीर मामले सामने नहीं आए थे लेकिन जब केसेज बढ़ गए तब इनकी गंभीरता उभर कर सामने आई।
ओमिक्रॉन संक्रमितों में ऑक्सीजन
डेल्टा संक्रमित लोगों में ऑक्सीजन की मात्रा को लेकर काफी दिक्कते हुई थी। ओमिक्रॉन संक्रमितों में इसका स्तर कैसा है? इस सवाल के जवाब में डॉक्टर अरविंद कहते है कि," हमारे देश में ऐसे ओमिक्रॉन मरीजों की संख्या बेहद कम है, जिनमें ऑक्सीजन का सैचुरेशन लेवल कम पाया गया है।
ज्यादातर लोगों में माइल्ड संक्रमण है, जिन्हें घर पर ही इलाज दिया जा रहा है। अगर कुछ लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया भी जा रहा है। तो, उन्हें 1-2 दिन में छुट्टी मिल जा रही है। लेकिन, अभी शुरुआती समय है। धीरे-धीरे हमें ज्यादा जानकारी मिलेगी। इसको माइल्ड डिजीज समझकर हल्के में लेने की गलती ना करें।
Created On :   30 Dec 2021 5:26 PM IST