रामचरितमानस को नफरत की किताब बताने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री पर बीजेपी ने कसा तंज
- शिक्षा मंत्री ने दिया विवादित बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार के शिक्षा मंत्री के विवादित बयान से सियासत गरमा गई है। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया है। बुधवार को राजधानी पटना में नालंदा ओपन विश्वविधालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि रामायण पर आधारित एक महाकाव्य रामचरितमानस सामाज को बांटने का काम कर रही है। उनके इस बयान के बाद बीजेपी प्रवक्ता ने इसे वोट बैंक की राजनीति बताया है।
शिक्षा मंत्री ने दिया विवादित बयान
15वें दीक्षांत समारोह समाप्ति के बाद जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से उनके रामचरितमानस पर दिए गए बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, ''मनुस्मृति में समाज की 85 फीसदी आबादी वाले बड़े तबके के खिलाफ गालियां दी गईं। रामचरितमानस के उत्तर कांड में लिखा है कि नीच जाति के लोग शिक्षा ग्रहण करने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं। यह नफरत को बोने वाले ग्रंथ हैं।"
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि, "एक युग में मनुस्मृति, दूसरे युग में रामचरितमानस, तीसरे युग में गुरु गोवलकर का बंच ऑफ थॉट, ये सभी देश, समाज को नफरत में बांटते हैं। नफरत देश को कभी महान नहीं बनाएगी। देश को महान केवल मोहब्बत ही बनाएगी।''
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 11, 2023
यह वोट बैंक की राजनीति है - बीजेपी प्रवक्ता
रामचरितमानस को नफरत फैलाने वाली किताब बताए जाने पर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को आड़े हाथों लेते हुए ट्वीट कर कहा कि, ''बिहार के शिक्षा मंत्री ने कहा 'रामचरितमानस' नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है। कुछ दिन पहले जगदानंद सिंह ने राम जन्मभूमि को 'नफरत की जमीन' बताया था। यह संयोग नहीं है। यह वोट बैंक का उद्योग है 'हिंदू आस्था पर करो चोट, ताकि मिले वोट', सिमी और पीएफआई की पैरवी, हिंदू आस्था पर चोट।'' क्या कार्यवाही होगी?
कुमार विश्वास ने कहीं ये बातें
चंद्रशेखर के विवादित बयान पर कवि कुमार विश्वास ने भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ट्विटर पर टैग करते हुए लिखा, ''आदरणीय नीतीश जी। भगवान शंकर के नाम को निरर्थक कर रहे आपके अशिक्षित शिक्षामंत्री जी को शिक्षा की आवश्यकता है। आपका मेरे मन में आदर है, इसलिए इस दुष्कर कार्य के लिए स्वयं को प्रस्तुत कर रहा हूं। इन्हें 'अपने-अपने राम' सत्र में भेजें, ताकि इनका मनसंताप शांत हो।''
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 11, 2023
Created On :   12 Jan 2023 12:06 PM IST