इंडियन आर्मी ने POK में तबाह किए लॉन्च पैड, 35 आतंकी और 10 पाक सैनिक ढेर
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन के बाद भारतीय सेना की जवाबी गोलीबारी में जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के 35 आतंकियों और 6 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर है। आतंकवादियों की मौजूदगी के विश्वसनीय इनपुट मिलने के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के जुरा, अथुमगाम और कुंडलसाही में लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया था। रक्षा सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
At least 35 #JaisheMohammed and #HizbulMujahideen militants were killed in retaliatory firing and shelling in Tangdhar sector of #Kupwara district in #JammuandKashmir on October 20, #Defence sources said.
— IANS Tweets (@ians_india) October 20, 2019
Photo: IANS pic.twitter.com/2UHDOeD9Wx
पाकिस्तान की तरफ से शनिवार को की गई गोलीबारी में दो भारतीय जवान हवलदार पदम बहादुर श्रेष्ठ और राइफलमैन गामिल कुमार श्रेष्ठ शहीद हो गए थे। इस गोलीबारी में एक नागरिक की भी मौत हो गई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के तंगधार सेक्टर में पाकिस्तानी सेना के संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद की स्थिति पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत से बात की है। रक्षा मंत्री व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और सेना प्रमुख से उन्हें अपडेट रखने के लिए कहा है।
#LtGenRanbirSingh, #ArmyCdrNC and all ranks salute the supreme sacrifice of our brave soldiers offer deepest condolences to the families. @adgpi @PIB_India @SpokespersonMoD pic.twitter.com/FqGnHhoSzV
— NorthernComd.IA (@NorthernComd_IA) October 20, 2019
भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने शनिवार शाम तंगधार सेक्टर में भारतीय क्षेत्र में आतंकवादियों की घुसपैठ में मदद करने के लिए संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने आर्टिलरी गन से गोलाबारी की जिसमें पाकिस्तानी सेना की चौकियों को भारी नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तानी सेना भारतीय सीमाओं के पास आतंकवादी गतिविधियों में मदद करना जारी रखती है तो भारत के पास भी चुने हुए स्थान और समय पर प्रतिक्रिया देने का अधिकार है।
बता दें कि पाकिस्तान की ओर से किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या में इस वर्ष बढ़ोतरी देखी गई है। जुलाई, अगस्त और सितंबर के महीनों में पिछले दो वर्षों में समान महीनों की तुलना में ज्यादा संघर्ष विराम उल्लंघन देखा गया। 2019 में जुलाई में 296 बार संघर्ष विराम उल्लंघन हुए हैं। जबकि अगस्त में 307 और सितंबर में 292 बार संघर्ष विराम उल्लंघन देखे गए। 2017 में जुलाई में 67 और 2018 में 13, अगस्त 2017 में 108 उल्लंघन और 2018 में 44। सितंबर 2017 और 2018 के लिए क्रमश: 101 और 102 बार संघर्ष विराम उल्लंघन देखे गए।
पिछले हफ्ते, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा था कि भारत के जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद पाकिस्तान आतंकवादियों के जरिए घाटी में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है। आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर अभी भी सीमा पार सक्रिय हैं और पाकिस्तान उन्हें हथियारों सहित सभी प्रकार के समर्थन प्रदान करने की कोशिश कर रहा है।
Created On :   20 Oct 2019 6:42 PM IST