अशरफ अहमद को पहले से ही होने लगा था अपनी हत्या का अंदेशा, सरकार से लगाई थी मदद की गुहार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की शनिवार को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में करीब 10 बजकर 35 मिनट पर कॉल्विन अस्पताल ले जाते वक्त ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी गई। इस घटना में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों शूटर ने भारी पुलिस सुरक्षा होते हुए भी अतीक और अहमद पर फायरिंग कर दोनों की हत्या कर दी। इस घटना से पहले अशरफ, उमेश पाल अपहरण कांड में पेशी के बाद बरेली जेल वापस पहुंचा था और बरेली की मीडिया से बातचीत में कहा था, "एक बड़े पुलिस अधिकारी ने मुझे धमकी दी है कि मुझे दो सप्ताह के अंदर ही मार दिया जाएगा।" और उनकी यह बात सच साबित हुई और ठीक दो हफ्ते पांच दिन बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई।
अशरफ ने मीडिया के सामने अपनी मौत का अनुमान लगा लिया था
अशरफ ने बरेली में मीडिया से बातचीत मे कहा था, "एक बड़े पुलिस अफसर ने मुझे धमकी दी है कि किसी बहाने से एक दो हफ्ते बाद तुझे जेल से निकालेंगे और निपटा देंगे। मैं उस अफसर का नाम नहीं ले सकता। मेरे परिवार को फंसाया गया है। इसके साथ उत्तर प्रदेश सरकार को भी बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पर भी फर्जी केस लग चुके हैं, इसलिए वह अच्छी तरह से मेरा दर्द समझते हैं।"
'मुख्य न्यायाधीश और यूपी के सीएम को मेरा लेटर पहुंच जाएगा'
अशरफ ने बातचीत में आगे कहा, "मेरी हत्या होने के बाद प्रयागराज जिले के मुख्य न्यायाधीश और यूपी के माननीय मुख्यमंत्री को मेरा लेटर पहुंच जाएगा।'' इसके बाद लोगों से पूछते हुए कहा, ''मैं गैंगस्टर लग रहा हूं? 3 साल से जेल में हूं। एक बार विधायक भी रह चुका हूं। जेल में रहकर कोई कैसे साजिश रच सकता हूं।"
इसके बाद अशरफ ने उमेश पाल के हत्याकांड में आरोपी शाइस्ता परवीन को लेकर कहा कि वो मेयर का चुनाव लड़ने वाली थी और वह चुनाव के प्रचार में ही लगी हुई थी, इसलिए उन्हें भी इस केस में फंसाया गया है।
Created On :   16 April 2023 7:57 PM IST