झारखंड: 'मिलन समारोह' में बोले अमित शाह- मरांडी के साथ लाखों कार्यकर्ता आज अपने घर वापस आए हैं
- 14 साल बाद बीजेपी में दोबारा शामिल हुए बाबूलाल मरांडी
- गृहमंत्री अमित शाह ने रांची में संबोधित किया मिलन समारोह
- पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी बीजेपी में हुए शामिल
डिजिटल डेस्क, रांची। रांची के जगन्नाथ मैदान में आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करने पहुंचे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मैं भाजपा और भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से बाबूलाल मरांडी जी और उनके साथ आए झारखंड विकास मोर्चा के लाखों कार्यकर्ताओं का स्वागत करता हूं और विश्वास भी दिलाता हूं कि आप अपने ही घर में आए हैं।
LIVE: HM Shri @AmitShah
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) February 17, 2020
addresses Milan Samaroh in Ranchi, Jharkhand. #UnitedBJPInJharkhand https://t.co/Y0AL2fmDw8
झारखंड की महान भूमि को अलग राज्य की पहचान देने का काम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया। जब मुख्यमंत्री बनाने का मौका भाजपा को मिला, तो श्री बाबूलाल मरांडी को ही हमने मुख्यमंत्री बनाया। शाह ने कहा, आज मेरे लिए बड़े हर्ष का विषय है, क्योंकि मैं जब 2014 में पार्टी का अध्यक्ष बना, तभी से ये प्रयास कर रहा था कि बाबूलाल जी भाजपा में आ जाये।
बाबूलाल जी के भाजपा में आने से पार्टी के स्थानीय नेतृत्व को अनुभवी और संघर्षरत नेता मिलेगा और इससे भाजपा की ताकत अनेक गुना बढ़ेगी। भाजपा का लक्ष्य देश और प्रदेश को आगे बढ़ना है। मां भारती को सर्वोच्च स्थान पर स्थापित करना है। रघुवर दास जी ने अपने 5 साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया है।
शाह ने कहा, झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया है, भाजपा उसका सम्मान करती है और हम झारखंड की जनता को भरोसा दिलाते हैं कि सत्ता में रहते हमने जितना काम किया, उससे अधिक काम विपक्ष में रहते हुए करेंगे। मोदी जी ने इस बार प्रधानमंत्री बनने के बाद अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर के लिए संसद में ट्रस्ट बनाने की घोषणा करके भव्य श्रीराम मंदिर के काम को गति दी है।
कुछ ही समय में अयोध्या में एक भव्य श्रीराम मंदिर हम देख पाएंगे। झारखंड में पश्चिम सिंहभूमि में 7 आदिवासियों की निर्मम हत्या कर दी गई, उसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं होती। अगर ऐसी ही कानून व्यवस्था चलती रही तो, भाजपा इसके खिलाफ सड़क पर भी संघर्ष करेगी, विधानसभा में भी संघर्ष करेगी और संसद में भी संघर्ष करेगी।
Created On :   17 Feb 2020 4:11 PM IST