मेरठ : रिटायर्ड अफसर बनाता था बच्चियों को शिकार, CCTV से हुआ खुलासा
डिजिटल डेस्क, मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। प्रशासनिक अधिकारी के पद से रिटायर 63 वर्षीय अधिकारी लड़कियों का यौन शोषण करता था और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। मामले का खुलासा तब हुआ जब उसके मकान में लगे वीडियो कैमरों की रिकॉर्डिंग सामने आई। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
SSP Meerut Nitin Tiwari: Have arrested an old man for allegedly physically exploiting at least 6 girls, including minors, at his residence in Jagrati Vihar colony. FIR will be registered in the case. Have also arrested another person in connection with the case. pic.twitter.com/JkRHPcsnXi
— ANI UP (@ANINewsUP) May 4, 2019
दरअसल मामला मेरठ के मेडिकल क्षेत्र की है। मूलरूप से उन्नाव का रहने वाला आरोपी विमल चंद करील 2016 में हापुड़ से सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद से सेवामुक्त हुआ था। वह मेडिकल थाने के जागृति विहार में रहता है। उसकी पत्नी भी अधिकारी की पोस्ट से रिटायर हुई थीं। उसकी मौत हो चुकी है। विमल की बेटी विदेश में रहती है।
पुलिस ने बताया, सीसीटीवी खराब होने पर टेक्नीशियन उसे ठीक करने आया था। उसे ये फुटेज दिखे और फिर उसने इन्हें अपने पास ले लिया। टेक्नीशियन ने इन फुटेज को लीक कर दिया। फुटेज लीक होने के बाद हड़कंप मचा। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। मेरठ एसएसपी ने बताया, पुलिस गंभीरता से इस पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने बताया, इस मामले में एक पीड़ित बच्ची की मां और चाइल्ड लाइन की अध्यक्ष अनीता राणा की तरफ से आरोपी विमल चंद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मेरठ एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया, विमल घर में अकेला ही रहता था। वह घर में बच्चियों को बुलाता था और उनका यौन शोषण करता था। बच्चियों को आरोपी के घर लाने में एक महिला भी मदद करती थी, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। घर में लगे सीसीटीवी में उसकी यह पूरी करतूत कैद हो गई। पुलिस की जांच में सामने आया है कि वह तीन बच्चियों और तीन युवतियों को अपनी हवस का शिकार बना चुका है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने 6 बच्चियों के साथ दरिंदगी की बात कबूल की है। अरोपी ने अपने दो मंजिला मकान में 13 सीसीटीवी कैमरे लगा रखे थे। पुलिस ने बताया, विमल की हरकतें इन्ही सीसीटीवी कैमरों में कैद हो जाती थीं। इसके बाद वह पीड़ितों को ब्लैकमेल करता था ताकि वह किसी से कुछ नहीं बताएं।
Created On :   4 May 2019 10:08 AM GMT