दमोह में 7 मौतों का मामला: सीएमएचओ ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल बंद करने का आदेश जारी किया

सीएमएचओ ने तत्काल प्रभाव से अस्पताल बंद करने का आदेश जारी किया
  • मिशन अस्पताल के संचालक अजय लाल सहित 9 लोगों पर एफआईआर
  • जिस कैथ लैब में फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट ने ऑपरेशन किए, वह भी अवैध
  • जबलपुर के डॉक्टर के फर्जी हस्ताक्षर से कराया रजिस्ट्रेशन

Damoh News: मिशन अस्पताल में फर्जी कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर नरेंद्र जॉन केम के गिरफ्तार होने के बाद अब अस्पताल की कैथ लैब भी फर्जी निकली है। दो साल पहले लैब खोलने के लिए जो रजिस्ट्रेशन कराया गया, उसमें जबलपुर के डॉक्टर अखिलेश दुबे के फर्जी हस्ताक्षर हैं। इस बात का खुलासा सीएमएचओ की जांच में हुआ है।

जांच का नतीजा सामने आने के बाद सीएमएचओ डॉ. मुकेश जैन की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने सोमवार देर रात मिशन अस्पताल के संचालक अजय लाल और प्रबंधन समिति के 8 सदस्यों के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में एफआईआर दर्ज की। इस अवैध कैथ लैब में एन. जॉन केम उर्फ नरेन्द्र विक्रमादित्य ने हार्ट सर्जरी की थी, जिनमें से 7 की मौत हो गई।

अस्पताल को लाइसेंस रिन्यूअल के लिए आवश्यक दस्तावेज जमा करने का एक सप्ताह का समय दिया गया था, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने मांगे गए दस्तावेजों को ऑनलाइन जमा नहीं किया।

अस्पताल में लैब टेक्नीशियन और कार्डियोलॉजिस्ट की नियुक्ति नहीं की गई थी।

सीएमएचओ के आदेश के अनुसार अस्पताल में मौजूद मरीजों को 3 दिन के भीतर जिला अस्पताल में शिफ्ट करना होगा।

अब यहां नए मरीजों के इलाज पर पूर्ण रोक लगा दी गई है।

गौरतलब है कि प्रशासन ने 5 दिन पहले ही अस्पताल की कैथ लैब को सील कर दिया था। मामले की जांच की जा रही थी।

सवाल: प्रक्रिया ऑनलाइन तो कैसे हो गया फर्जीवाड़ा

जिस कैथ लैब में नरेंद्र जॉन केम मरीजों की एंजियोग्राफी और इंजियोप्लास्टी कर रहा था, उसका रजिस्ट्रेशन फर्जी तरीके से कराया गया, यह बात किसी के गले नहीं उतर रही। क्योंकि इसकी पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है। लेकिन चर्चा यह भी है कि डॉक्टर मिशन अस्पताल में केवल विजिट पर आते थे, उन्होंने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में भाग नहीं लिया। यहीं कारण है कि उन्होंने लाइसेंस लेने के लिए उपयोग किए गए उनके हस्ताक्षर को फर्जी बता दिया।

इधर, सीएमएचओ कार्यालय से भी इसकी पूरी प्रक्रिया हुई है। जो-जो दस्तावेज लगाए गए हैं, वे भी इसकी जांच के दायरे में आएंगे। कैथलैब का लाइसेंस लेने के लिए दिसंबर 2023 में ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन किया गया था।

अभी कोई गिरफ्तारी नहीं

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि डॉ. अखिलेश दुबे ने सीएमएचओ से उनके नाम का दुरुपयोग कर फर्जी रजिस्ट्रेशन से कैथ लैब चलाने की शिकायत की थी। डॉक्टर दुबे ने ऑनलाइन दस्तावेजों में अपने हस्ताक्षर फर्जी पाए थे। जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया उनमें सेंट्रल इंडिया क्रिश्चियन मिशन के डॉ. लाल सहित असीम न्यूटन, फ्रैंंक हैरिसन, इंदुलाल, जीवन मैसी, रोशन प्रसाद, कदीर यूसुफ, संजीव लैम्बर्ड और विजय लैम्बर्ड शामिल हैं। हालांकि अभी इनमें से किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई।

Created On :   16 April 2025 5:32 PM IST

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