भारत कितना पावरफुल?: पावर के मामले में भारत से कितनी कमजोर है ईरान की सेना! टैंक से लेकर हथियारों तक हर चीजों में खाती है मात!
- जानिए भारत कितना पावरफुल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हमास से जारी इजराइल की जंग के बीच ईरान ने उस पर बड़ा हमला कर दिया है। ईरान ने इजराइल पर 13 अप्रैल की रात को 300 मिसाइल और ड्रोन से अटैक किया था। इस हमले के जरिए ईरान ने इजराइल पर उसकी ओर से की गई एयरस्ट्राइक का जवाब दिया था। ईरान के इस अटैक से इजराइल बुरी तरह से बौखला गया है। कयास लगाया जा रहा है कि यह जवाबी हमला जल्द ही बड़े युद्ध में तब्दील हो सकता है।
इजराइल और ईरान की मिलिट्री पावर पर नजर डालें तो दोनों में काफी अंतर है। वर्ल्ड रैंकिग में ईरान 14वें और इजराइल 17वें स्थान पर आता है। इस वजह से मिलिट्री पावर के मामले में इजराइल से ईरान काफी आगे है। लेकिन, भारत के सामने ईरान काफी कमजोर है। सैन्य ताकत में 145 देशों के ग्लोबल फायर पावर रैकिंग में भारत चौथे स्थान पर है। इसके अलावा यदि मैनपावर, रक्षा बजट, हथियार और मिसाइलों के लिहाज से भी देखे तो ईरान से भारत काफी शक्तिशाली है।
रक्षा बजट
रक्षा बजट के नजरीये से भारत ईरान को मात देता है। भारत का रक्षा बजट ईरान के बजट से तीन गुना अधिक है। इस साल भारत का रक्षा बजट 75 बिलियन डॉलर है। यह साल 2023-2024 से 3.4 प्रतिशत ज्यादा है। भारत की जीडीपी में 2.2 प्रतिशत हिस्सा रक्षा बजट का है। जबकि, ईरान का रक्षा बजट 25 बिलियन डॉलर है। यह बजट उसकी जीडीपी का 2.2 प्रतिशत हिस्सा है।
मैनपावर
भारत की सैन्य कर्मियों की संख्या ईरान के सैन्य कर्मियों से लगभग डबल है। भारतीय सेना में 14 लाख एक्टिव मिलिट्री पर्सनल और 8 लाख रिजर्व पर्सनल हैं। ईरान की सेना में केवल 6 लाख 10 हजार एक्टिव मिलिट्री पर्सनल और 3 लाख 50 हजार रिजर्व पर्सनल ही हैं।
टैंक और हथियार
भारत के पास ईरानसे ज्यादा टैंक और लड़ाकू बख्तरबंद (एएफवी) सबसे अधिक हैं। मगर , ईरान के पास भारत से अधिक तोप और रॉकेट तोपखाने हैं। भारत के पास जहां 4 हजार 614 टैंक हैं, तो वहीं ईरान के पास 2 हजार 842 रॉकेट और तोपखाने हैं। बख्तरबंद वाहन (एएफवी) के मामले में भी भारत के पास 8 हजार 600 लड़ाकू हैं और ईरान के पास 3 हजार 555 हैं। भारत के पास 2 हजार 799 तोपें हैं और 960 रॉकेट तोपखाने हैं। इसकी तुलना में ईरान के पास 4 हजार 873 तोपें और 1 हजार 755 रॉकेट तोपखाने हैं।
भारतीय सेना के टैंक
124 अर्जुन एके1
2,078 टी-90एस
2,410 टी-72
2 अर्जुन एमके1ए
ईरानी सेना के टैंक
जुल्फीगर2- 1
जुल्फीगर1- 150
करार
टी-72एम1- 141
जुल्फीगर3- 100
मोबरेज- 50
चीफतेन- 100
एम60 पैटोन- 200
टी-72 रक्ष-150
टी-72 एस- 1,500
टी-72 एस- 1,500
टी-72जेड सफीर- 40
टी-54/55- 50
एयरक्राफ्ट
भारतीय वायुसेना में 2 हजार 263 एयरक्राफ्ट मौजूद हैं। लेकिन, ईरान के पास केवल 972 एयरक्राफ्ट हैं। ईरानी वायु सेना में इन एयरक्राफ्ट के नाम हैं एफ-14 टॉमकैट, मिग-29, चेंगदू जे -7 और एफ-5 टाइगर 2 । जबकि, भारतीय वायुसेना के पास एफ-14 टॉमकैट, मिग-29, चेंगदू जे -7 और एफ-5 टाइगर 2 जैसे फाइटर जेट्स हैं।
नौसेनिक हथियार
इसी तरह भारतीय नौसेना में 267 नौसेनिक हथियार मौजूद हैं। इसमें एयरक्राफ्ट कैरियर, युद्धपोत और सबमरीन जैसे कई प्रकार के आधुनिक हथियार हैं। इसके अलावा भारतीय नौसेना के पास कलवरी, सिंधुघोष, शिशुमार और अरिहंत जैसे सबमरीन हैं। इतना ही नहीं, बल्कि नौसेना में शिवालिक, तलवार, ब्रह्मपुत्र और गोदावरी जैसे आधुनिक युद्धपोत हैं। ईरानी नौसेना में 272 नौसैनिक हथियार हैं। मगर कोई भी एयरक्राफ्ट कैरियर मौजूद नहीं हैं। ईरान के पास सबमरीन औ युद्धपोत हैं। इसमें से किलो, फतेह, नहां और गादिर सबसे प्रमुख सबमरीन हैं। इसके अलावा अलवंद और मोद्गय जैसे युद्धपोत हैं।
परमाणु हथियार के न होने का दावा करने वाला ईरान यूरेनियम पदार्थ को जमा कर रहा है। परमाणु बम में यूरेनियम चेन विस्फोट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से इजारइल, अमेरिका और अन्य देशों की ओर से यूरेनियम के प्रयोग पर बैन लगाया गया है। दरअसल, उनका मानना है कि ईरान परमाणु बम के निर्माण में यूरेनियम का प्रयोग कर सकता है। इस बारे में अमेरिका के वैज्ञानिक डेविड अलब्राइट ने जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि ईरान ने परमाणु बम बनाने के सामान तैयार कर लिया है। ईरान ने इतना ज्यादा यूरेनियम जमा कर लिया है कि अगर वह 12 परमाणु बम का निर्माण करें तो उसमें भी कोई कमी नहीं आएगी। इसे लेकर स्टॉकहॉम इंटरनेशनल पीस रिसर्च ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है। साल 2021 में 156 परमाणु बम थे। लेकिन साल 2022 में इनकी संख्या 160 के करीब पहुंच गई थी। भारत ने परमाणु हथियार को लेकर 'नो फर्स्ट यूज' पॉलिसी अपनाई हुई है।
Created On :   15 April 2024 12:56 PM GMT