चिंता का विषय: दिल्ली एम्स के टीचिंग ब्लॉक की दूसरी मंजिल में लगी आग
- एम्स दिल्ली की रिप्रोडक्टिव बायोलाजी की लैब में लगी आग
- दूसरी मंजिल पर थी लैब
- फ्रिज में शार्ट सर्किट होना आग की वजह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एम्स दिल्ली के टीचिंग ब्लॉक में आज सुबह तड़के आग लग गई।आग दूसरे मंजिल पर लगी हुई थी। जैसे ही आग घटना की सूचना फायर विभाग मिली। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंची । आग से फर्नीचर और कार्यालय रिकॉर्ड को नुकसान पहुंचा। दिल्ली अग्निशमन सेवा का कहना है कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन एम्स का दावा है कि फायर सेफ्टी उपकरणों की मदद से संस्थान ने खुद आग पर काबू पा लिया। एम्स में आग लगने की घटनाएं अक्सर लैब या स्टोर रूम में होती रहती हैं।
आपको बता दें लैब में कई डीप फ्रीजर के इस्तेमाल से लोड बढ़ने पर शार्ट सर्किट की आशंका रहती है। जिससे आग लग जाती है, एम्स प्रशासन का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बिजली उपकरणों की समय समय पर आडिट की जाती है। साथ ही फायर सेफ्टी उपकरण भी तैयार रखे जाते हैं।
एम्स प्रबंधन ने जानकारी देते हुए बताया कि आग सुबह करीब साढ़े पांच से छह बजे के बीच की है। जिस पर जल्दी से काबू पा लिया गया। आपको बता दें ये कोई पहला मौका नहीं है, जब देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स दिल्ली में आग की खबर हो, इससे पहले भी एम्स दिल्ली में कई बार आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं, जो संस्थान के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
आग दूसरी मंजिल पर स्थिति रिप्रोडक्टिव बायोलाजी की लैब में लगी हुई थी। आग का कारण एक फ्रिज में शार्ट सर्किट होना बताया जा रहा है। आग से कुछ फर्नीचर व कुछ अन्य सामान जलने की सूचना है, हालांकि आग से किसी बड़े नुकसान होने से बच गए। ना ही इसकी सूचना है। ना ही इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर है।
पिछले साल भी पुराने ओपीडी ब्लॉक के दूसरी मंजिल पर आग लगी हुई थी। जिसके कारण करीब 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं बाधित रही थीं। कुछ वर्ष पहले माइक्रोबायोलाजी की लैब में भयंकर आग लग गई थी। जिससे लंबे समय तक जांच सेवाएं प्रभावित रही थीं।
इससे पहले एम्स के ट्रामा सेंटर में आग लगने से ऑपरेशन थियेटर जल गए थे। जिसके चलते ट्रामा सेंटर में कई महीनों तक पीड़ितों की सर्जरी नहीं हो पाई कोरोना के दौर में कंवर्जन ब्लाक में स्थिति माइक्रोबायोलाजी की नई लैब में आग लग गई थी।
Created On :   4 Jan 2024 6:59 AM GMT