मोदी 3.0: तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने अजित डोभाल, पीके मिश्रा भी बने रहेंगे पीएम मोदी के प्रधान सचिव

तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने अजित डोभाल, पीके मिश्रा भी बने रहेंगे पीएम मोदी के प्रधान सचिव
  • पीके मिश्रा भी बने रहेंगे प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव
  • तीसरी बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाए गए अजित डोभाल
  • प्रधानमंत्री ने अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अजीत डोभाल को एक बार फिर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के तौर पर नियुक्त किया है। वह लगातार तीसरी बार इस पद की कमान संभाल लिए हैं। उन्हें साल 2014 में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर बनाया गया था। इसके बाद साल 2019 में एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश में वापसी हुई। इस दौरान डोभाल के कार्यकाल को भी बढ़ाया गया। अजीत डोभाल के अलावा पीके मिश्रा भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रधान सचिव के पद पर बने रहेंगे।

जम्मू-कश्मीर में हाल में कई आतंकी घटनाएं हुए हैं। इन सभी आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बता दें कि, जम्मू-कश्मीर में हो रहे आतंकी घटनाओं को लेकर पीएम मोदी को जानकारी दी गई है। इस दौरान पीएम ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई में पूरी ताकत झोंकने को कहा है। पीएम मोदी ने घटना को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात कर इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती को बढ़ाने को कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के हालातों का जायजा लेने के लिए वहां के एलजी मनोज सिन्हा से बात की है। प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन से भी बात की है।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हुए सक्रिय

गौरतलब है कि, 9 जून को शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम के दौरान ही आंतकवादियों ने रियासी में तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला किया था। जिसके चलते बस खाई में जा गिरी। इस घटना में नौ लोगों की मौत हो गई। वहीं, अन्य 41 लोग घायल हो गए। इस घटना के ठीक दो दिन बाद आतंकवादियों ने डोडा में एक सिक्योरिटी चौकी पर हमला किया। इस दौरान छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।

ठीक उसी रात कठुआ जिले में एक अन्य मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान शहीद हो गया। हालांकि, कठुआ में घटना के दौरान एक आतंकवादी भी मारा गया। जवानों और आतंकवादियों के बीच यह मुठभेड हीरानगर के सैदा सुखल गांव में एक घर पर आतंकवादियों के हमले के बाद शुरू हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि घटना के पीछे पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ हो सकता है। बता दें कि, हमले की जांच की जा रही है।

Created On :   13 Jun 2024 7:49 PM IST

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