छठ पूजा 2024: छठ पूजा के मौके पर इन सूर्य मंदिरों में जाना ना भूलें, यहां पूजा करने से होंगी सारी मनोकामनाएं पूरी

छठ पूजा के मौके पर इन सूर्य मंदिरों में जाना ना भूलें, यहां पूजा करने से होंगी सारी मनोकामनाएं पूरी
  • छठ पूजा के वक्त जाएं प्रिसिद्ध सूर्य मंदिर
  • ओडिशा का कोणार्क सूर्य मंदिर जाकर करें पूजा
  • जम्मू-कश्मीर में है मार्तंड सूर्य मंदिर

डिजिटल डेस्क, भोपाल। भारत के कई राज्यों में दिवाली से ज्यादा छठ पूजा का महत्व होता है। ज्यादातर इस त्योहार को बिहार और झारखंड में मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाला ये त्योहार भगवान सूर्य देवता की आराधना का प्रतीक है। जिन्हें हम जीवन की ऊर्जा और स्वास्थ्य के देवता मानते हैं। वहीं, इस दौरान सूर्य मंदिरों का भी विशेष महत्व होता है। भारत में कई ऐसे प्रसिद्ध सूर्य मंदिर हैं, जहां भक्त विशेष रूप से छठ पूजा के अवसर पर जाकर सूर्य देवता की पूजा करते हैं। यहां छठ पूजा के समय श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, जो पूरी श्रद्धा और भक्ति से सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर सच्चे मन और पूरी निष्ठा से इस पूजा को किया जाए तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इन मंदिरों की अतुलनीय वास्तुकला, प्राचीन इतिहास और पवित्रता भक्तों को गहरी आत्मज्ञान की अनुभूति प्रदान करते हैं। तो ऐसे में आइए जानते हैं भारत के कुछ प्रमुख सूर्य मंदिरों के बारे में, जो छठ पर्व के अवसर पर विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानें जाते हैं। जहां आप भी छठ के अवसर पर जा सकते हैं।

ओडिशा का कोणार्क सूर्य मंदिर

कोणार्क सूर्य मंदिर भारत का सबसे प्रसिद्ध सूर्य मंदिरों में से एक माना जाता है। ये मंदिर 13वीं शताब्दी में गंग वंश के राजा नरसिंहदेव प्रथम द्वारा बनवाया गया था। ये मंदिर एक विशाल रथ के आकार में बना हुआ है, जिसमें बारह पहिए और सात घोड़े हैं, जिन्हें रथ को खींचते हुए दिखाया गया है। छठ पूजा के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है, जो सूर्य देवता के प्रति अपनी आस्था प्रकट करती है। ये मंदिर न केवल धार्मिक बल्कि प्रतिष्ठित कला का भी अतुलनीय उदाहरण है।

गुजरात का मोढेरा सूर्य मंदिर

गुजरात के पाटन जिले में स्थित मोढेरा सूर्य मंदिर भी एक प्राचीन और सुंदर मंदिर है। इसे 11वीं शताब्दी में सोलंकी वंश के राजा भीमदेव प्रथम ने बनवाया था। इस मंदिर की विशेषता यह है कि सूर्य की किरणें सीधे गर्भगृह में प्रवेश करती हैं। छठ पूजा के समय यहां विशेष अनुष्ठान होते हैं जिसमें भक्तगण सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अर्चना करते हैं। ये मंदिर अपने ऐतिहासिक महत्व और भव्य वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।

बिहार का सूर्य मंदिर

बिहार के गया जिले में स्थित सूर्य मंदिर छठ पूजा के दौरान विशेष महत्व रखता है। ये मंदिर धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र है जहां छठ पर्व के अवसर पर श्रद्धालु सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते हैं। यहां सूर्य कुंड नामक एक पवित्र जलाशय स्थित है। इस कुंड में स्नान करके लोग पवित्र भाव से पूजा करते हैं और अपने परिवार की खुशहाल जीवन के लिए प्रार्थना करते हैं।

यह भी पढ़े -गया के विष्णुपद मंदिर में लगा विदेशी भक्तों का तांता, पूर्वजों का किया तर्पण

कश्मीर का मार्तंड सूर्य मंदिर

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित मार्तंड सूर्य मंदिर एक प्राचीन धरोहर है। इसे 8वीं शताब्दी में कर्कोटा वंश के राजा ललितादित्य मुक्तापीड ने बनवाया था। ये मंदिर सूर्य देवता की पूजा के लिए प्रसिद्ध है, और छठ पर्व के अवसर पर यहां विशेष भक्ति भाव देखने को मिलता है। हालांकि, अब ये मंदिर खंडहर में बदल चुका है, लेकिन फिर भी छठ पूजा के दौरान लोग यहां विशेष पूजा करने आते हैं। इसकी भव्यता और पवित्रता आज भी भक्तों को आकर्षित करती है।

उत्तर प्रदेश का उत्तरेश्वर सूर्य मंदिर

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में स्थित उत्तरेश्वर सूर्य मंदिर भी एक प्रमुख सूर्य देव मंदिर है। छठ पर्व के दौरान ये स्थान भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन जाता है। यहां की पवित्रता और धार्मिक अनुष्ठान सूर्य देव की भक्ति को और भी खास बनाते हैं। मंदिर के आसपास सुंदर प्राकृतिक दृश्य और पवित्र जलाशय हैं, जहां लोग सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए एकत्रित होते हैं। मंदिर के आसपास का वातावरण छठ पूजा के समय आध्यात्मिक ऊर्जा से भर जाता है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   3 Nov 2024 4:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story