कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान को IMF से मिली चेतावनी, लेकिन शहबाज सरकार के सामने एक और बड़ी चुनौती

कंगाली के कगार पर खड़े पाकिस्तान को IMF से मिली चेतावनी, लेकिन शहबाज सरकार के सामने एक और बड़ी चुनौती

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में इस साल के अंत तक आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में शहबाज सरकार की कोशिश है कि वे अपने देश की सत्ता पर एक बार फिर काबिज हो सकें। इसलिए शहबाज सरकार चुनाव जीतने के लिए लगातार घोषणा करते जा रही हैं। हाल ही में शहबाज सरकार ने अपने अंतरिम बजट में लोकलुभावने वादे किए। शरीफ सरकार ने अंतरिम बजट में सरकारी कर्मचारियों के लिए 35 फीसदी वेतन में वृद्धि का वादा करके नया दांव खेला है। इस वादे को शरीफ सरकार का अहम फैसला माना जा रहा है। जो इसे सत्ता वापसी की राह आसान कर सकता है।

लेकिन इस घोषणा के बाद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है। आईएमएफ की ओर से कहा गया है कि अगर पाकिस्तान सरकार इसी तरह पैसे बांटती रहती है तो लोन पर सहमति मिलना मुश्किल हो जाएगा।

आर्थिक संकट से परेशान पाकिस्तान

हर बढ़ते दिन के साथ पाकिस्तान पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। देश में महंगाई आसमान छू रही है। पाकिस्तानी रुपया की भी स्थिति ठीक नहीं है। वहां की जनता को खाने-पीने जैसी चीजों पर कौटती करना पड़ रहा है। देश में अनाज की बोरियों के लिए लड़ाई हो रही है। इसके वीडियो आए दिन सामने आते रहते हैं। कुल मिलाकर कहे तो पाकिस्तान अपने ऐतिहासिक संकट का सामना कर रहा है। ऐसे में शहबाज शरीफ देश में गरीबों का मसीहा बनते फिर रहे हैं। मगर उनकी फ्री की खैरात देश के लोगों को और ज्यादा संकट में डाल सकती है। आईएमएफ ने साफ कह दिया है कि पाकिस्तान सरकार को नई योजनाओं का ऐलान करने से पहले उनसे अनुमति लेनी होगी। आईएमएफ ने ऐसा इसलिए भी कहा है कि क्योंकि सरकार चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं न कर दें। साथ ही आईएमएफ ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार गरीबों को मुफ्त में आटा-चावल न बांटे। ऐसे में पाकिस्तान का सरकारी खजाना भी खाली हो सकता है। बता दें कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी खत्म होने के ही कगार पर है।

आइएमएफ का निर्देश

पाकिस्तान के 2023-24 के बजट को देखकर आईएमएफ का पारा हाई हो गया है। इसे लेकर आईएमएफ ने आपत्ति जताई है। इसकी पुष्टि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भी की है। उन्होंने कहा है कि देश के 2023-24 बजट से आईएमएफ संतुष्ट नहीं है। आईएमएफ ने पाकिस्तान को कहा है कि वे अपने टैक्स और नॉन-टैक्स रेवेन्यू दोनों मसलों का हल जल्द निकाले। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर आईएमएफ नजर बनाए हुए हैं। साथ ही आए दिन आईएमएफ पाकिस्तान सरकार की करनी से परेशान होता रहता है। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कहीं आईएमएफ पाकिस्तान को कर्ज देने से मना न कर दे।

लोन नहीं मिलने पर क्या होगी देश की हालत?

इस बीच मूडी ने भी पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति के खिलाफ चेतावनी जाहिर की है। मूडी के मुताबिक, अगर पाकिस्तान आईएमएफ से 6.7 अरब डॉलर का लोन लेने में कामयाब रहता है, तभी जाकर देश की स्थिति ठीक होगी। जानकारों बताते हैं कि पाकिस्तान पर आर्थिक संकट के काले बादल छाए हुए हैं। देश के पास अपना कर्ज चुकाने को भी पैसा नहीं है। पाकिस्तान की स्थिति तभी जाकर ठीक होगी, जब उसे लोन मिलेगा। ऐसे में अगर पाकिस्तान को लोन नहीं मिलता है तो देश की अर्थव्यवस्था और भी ज्यादा खराब होगी।

Created On :   14 Jun 2023 9:15 PM IST

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