टाइटन पनडुब्बी की खोज तेज, इसमें सवार पांच अरबपतियों में से एक ने भारत में चीते पहुंचाने में की थी मदद

टाइटन पनडुब्बी की खोज तेज, इसमें सवार पांच अरबपतियों में से एक ने भारत में चीते पहुंचाने में की थी मदद
  • पनडुब्बी में सवार लोगों के जिंदा रहने की उम्मीदें कम होते जा रही हैं।
  • पनडुब्बी में 5 अरबपति भी सवार हैं।

डिजिटल डेस्क, दिल्ली। टाइटैनिक जहाज के मलबे को देखने के लिए गई टाइटन पनडुब्बी बीते रविवार दोपहर से लापता है। पनडुब्बी में 5 अरबपति भी सवार हैं। अब इस मामले की गंभीरता को समझते हुए इंटरनेशनल एजेंसिया भी अलर्ट हैं और इसकी खोज में लगी हैं। पनडुब्बी की खोज तेज की जाने की मुख्य वजह यह है कि जैसे-जैसे समय बीत रहा है पनडुब्बी में सवार लोगों के जिंदा रहने की उम्मीदें कम होते जा रही हैं।

बता दें कंपनी ओशनगेट एक्सपेडिशन्स के संचालन में पनडुब्बी समुद्र के नीचे गोता लगाकर कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के करीब टाइटैनिक का मलबा देखने गई थी, लेकिन लगभग डेढ़ घंटों के बाद उसका संपर्क टूट गया। संपर्क टूट जान के बाद से ही बचाव अभियान में जुटे लोगों का मानना है कि पनडुब्बी में सवार लोगों के जीवन का खतरा बढ़ गया है क्योंकि वैसल में उतनी ही ऑक्सीजन बाकी है जितनी गुरूवार रात तक ही चल पाए। जानकारी के मुताबिक पनडुब्बी को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन में 10 जहाज और कुछ सबमरीन्स को भी शामिल किया गया है।

भारत में चीता लाने में अहम भूमिका निभाने वाले अरबपति भी टाइटन में है सवार

पनडुब्बी को ढूंढने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। पनडुब्बी में पांच लोग सवार हैं जिसमें ब्रिटने के अरबपति हैमिश हार्डिंग भी मौजूद हैं जिन्होंने भारत में चीता लाने में अहम भूमिका निभाई थी।

हार्डिंग एक विमान कंपनी के अध्यक्ष और उनकी पहचान एक साहसी व्यक्ति के रूप में भी की जाती है। जिन्होंने तीन विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं और अंतरिक्ष की यात्रा की है। सितंबर 2022 में, हार्डिंग की एविएशन कंपनी एक्शन एविएशन ने नामीबिया से भारत में आठ जंगली चीतों के परिवहन के लिए एक अनुकूलित बोइंग 747-400 विमान की आपूर्ति की, ताकि भारत सरकार की चीता परियोजना और नामीबिया में चीता संरक्षण कोष (CCF) को फिर से शुरू किया जा सके।

ब्रिटिश-पाकिस्तानी व्यवसायी शहजादा दाऊद और उनका बेटा

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस पनडुब्बी में ब्रिटिश-पाकिस्तानी व्यवसायी शहजादा दाऊद और उनका बेटा सुलेमान भी सवार है। शहजादा दाऊद पाकिस्तान के सबसे बड़े समूहों में से एक एंग्रो कॉर्पोरेशन का उपाध्यक्ष हैं, जिनका वाहन निर्माण, उर्वरक, ऊर्जा और डिजिटल तकनीकों में निवेश है। साथ ही कैलिफोर्निया स्थित शोध संस्थान SETI, जिसके वह ट्रस्टी हैं।

ओशनगेट के संस्थापक और सीईओ स्टॉकटन रश और फ्रांसीसी पायलट

पनडुब्बी में फ्रांस के डाइवर पॉल-हेनरी, ओशनगेट कंपनी के CEO स्टॉकटॉन रश मौजूद हैं। ओशनगेट कंपनी ही इस टाइटन सबमरीन की मालिक है।

प्रति व्यक्ति 2 करोड़ फीस

पनडुब्बी ओशन गेट कंपनी की टाइटन सबमर्सिबल है। ये 22 फीट लंबी और 9.2 फीट चौड़ी है। यानि इसका साइज एक ट्रक के बराबर है। पनडुब्बी कार्बन फाइबर से बनी है​​​​​​। जिसकी बाहरी परत 5 इंट मोटी है। टाइटैनिक टूरिज्म के तहत टाइटैनिक का मलबा देखने जाने के लिए कंपनी प्रति व्यक्ति 2 करोड़ रुपए फीस चार्ज करती है। ये सबमरीन समुद्र में रिसर्च और सर्वे के भी काम आती है। इस सबमरीन को पानी में उतारने और ऑपरेट करने के लिए पोलर प्रिंस वेसल का इस्तेमाल किया जाता है।

टाइटैनिक टूरिज्म की शुरूआत

साल 1985 में कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के करीब टाइटैनिक जहाज का मलबा मिला। जहाज के 70 सालों बाद भी टाइटैनिक का जादू उतरा नहीं था। लोग इसकी कहानियां कहते यही नहीं इस जहाज पर फिल्म भी बनी। उसका मलबा भी चर्चाओं का केन्द्र बन गया।

टाइटैनिक जहाज के बारे में खूब जोरशोर से विज्ञापन हुआ था। माना जा रहा था कि वो अनसिंकेबल रहेगा, यानी कभी नहीं डूबेगा। लेकिन अपनी पहली ही यात्रा के दौरान टाइटैनिक एक आइसबर्ग से टकराया जिसमें एक साथ 15 सौ से ज्यादा लोगों की जान चली गई। सालों तक टाइटैनिक के डूबने पर बात होती रही और फिर चैप्टर बंद हो गया।

लेकिन लोगों की ओर से टाइटैनिक के मलबे को देखने के लिए लाखों-करोड़ों रुपए देने की बात भी कही जाने लगी। इसी मौके को साल 2021 में ओशनगेट कंपनी ने भुनाया और टाइटैनिक टूरिज्म की शुरुआत हुई। यात्रा 8 दिनों की होती है जो न्यूपाउंडलैड से प्रारंभ होकर वहीं खत्म होती है।

यह एक अमेरिकी कंपनी है जिसने टाइटैनिक टूरिज्म के लिए खास तरह की पनडुब्बी तैयार की जिसे टाईटन नाम दिया गया। इस पनडुब्बी के बारे में वेबसाइट में दावा किया गया है कि वह 13 हजार से अधिक गहराई तक आसानी से गोता लगा सकती है। टाइटैनिक जहाज का मलबा साढ़े 12 हजार फिट की गहराई पर पड़ा हुआ है। जहां तक पनडुब्बी के जरिए पहुंचा जा सकता है।

Created On :   22 Jun 2023 7:21 PM IST

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