अमेरिका से भारत: आज भारत पहुंचेगा मुंबई में 26/11 हमले का आतंकी तहव्वुर राणा

- आतंकी तहव्वुर राणा ने बचने के लिए अपनाए कई हथकंडे
- अमित शाह ने राणा के प्रत्यर्पण को बताया मोदी सरकार की बड़ी सफलता
- गुरुवार दोपहर तक भारत पहुंचेगा आतंकी राणा, तिहाड़ जेल में पूरी तैयारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई में 26/11 हमले का आतंकी तहव्वुर राणा आज गुरुवार दोपहर को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है। तहव्वुर राणा ने भारत प्रत्यर्पित से बचने के लिए सारे हथकंडे अपनाए, उसके सभी योजनाएं फैल हो गई। अमेरिका की अदालतों में उसकी कोई चाल सफल नहीं हुई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राणा के प्रत्यर्पण को मोदी सरकार की बड़ी सफलता बताया है। शाह ने कहा सरकार का प्रयास भारत के सम्मान, भूमि व लोगों पर हमला करने वालों को कानून के कठघरे में लाने का है।
दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने राणा की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने प्रत्यर्पण से बचने का आखिरी दांव चला था। राणा को भारत लाने के लिए पहले से ही अमेरिका में भारतीय एजेंसियों की टीम पहुंच गई थी। फैसले के बाद टीम ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ राणा के प्रत्यर्पण की कागजी व कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करके उसे हिरासत में ले लिया। राणा को लेकर टीम गुरुवार दोपहर तक भारत पहुंचेगी।
राणा के प्रत्यर्पण से आतंकी हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका उजागर होने की आशंका जताई जा रही है । मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित किए जाने के बाद भारत पहुंचने पर तिहाड़ जेल में उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखने की खबर है।
राणा ने 27 फरवरी को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की संयुक्त जस्टिस व नाइंथ सर्किट की सर्किट जज एलेना कागन के समक्ष बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के लंबित मुकदमे पर रोक के लिए इमरजेंसी एप्लीकेशन दी थी। गत माह की शुरुआत में ही जज कागन ने अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद राणा ने फिर से अर्जी दी। 4 अप्रैल को इस पर सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने अपील खारिज कर दी।
संघीय जेल ब्यूरो की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक तहव्वुर हुसैन राणा 8 अप्रैल, 2025 तक बीओपी हिरासत में नहीं है। एजेंसी के एक अधिकारी ने बुधवार को पीटीआई को बताया कि राणा जेल ब्यूरो (बीओपी) की हिरासत में नहीं है। यदि किसी व्यक्ति को रिहा या बीओपी हिरासत में नहीं के रूप में लिस्टेड़ किया गया है और कोई सुविधा स्थान दर्ज नहीं हुआ है, तो कैदी अब बीओपी से बाहर है । हालांकि, कैदी अभी भी किसी अन्य सुधारात्मक, आपराधिक न्याय प्रणाली या कानून प्रवर्तन इकाई की गिरफ्त हो सकता है। वह पैरोल या निगरानी रिहाई पर जा सकता है। वेबसाइट पर कैदी लोकेटर जानकारी में तहव्वुर राणा का रजिस्टर नंबर 22829-424' और उसकी आयु, जाति और जेंडर दर्ज है।
Created On :   10 April 2025 8:25 AM IST