SCO शिखर सम्मेलन 2024: इस्लामाबाद में पाकिस्तान पर खूब बरसे एस जयशंकर, सख्त शब्दों में दी हिदायत- आतंकवाद रुकने तक नहीं होगी बात
- पीएम शहबाज ने एस जयशंकर का किया स्वागत
- एस जयशंकर ने पाकिस्तान पर साधा निशाना
- शांति और स्थिरता की जरूरत पर दिया बल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) की मीटिंग के लिए भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर पाकिस्तान के इस्लामाबाद पहुंचे। जहां उन्होंने अपने पुराने अंदाज में पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर धो दिया। एस. जयशंकर ने कहा कि अगर आतंकवाद जारी रहा तो कारोबार को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है। दोनों चीजें एक साथ नहीं चल सकती हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि दो देशों के बीच आपसी सहयोग तभी हो सकता है, जब दोनों एक-दूसरे का सम्मान करें। उन्होने कहा कि सहयोग तभी संभव हो सकता है, जब साझेदारी वास्तविक हो। एक तरफा एजेंडों के जरिए रिश्ते आगे नहीं बढ़ सकते। उन्होंने कहा कि यदि एससीओ के चार्टर के अनुसार हम बर्ताव करेंगे, तभी विकास कर सकते हैं।
पाकिस्तान पर साधा निशाना
इस्लामाबाद में एससीओ परिषद के शासनाध्यक्षों की 23वीं बैठक को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, "आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरवाद से बचना होगा। बेहतर रिश्ते के लिए भरोसा जरूरी है। सबकी संप्रभुता का सम्मान करना जरूरी है।" उन्होंने कहा, "ऐसा कई बाधाएं हैं, जो डेवलपमेंट को प्रभावित करती है, जिसमें क्लाइमेट, सप्लाई चैन, वित्तीय अस्थिरता शामिल है।"
पीएम शहबाज ने एस जयशंकर का किया स्वागत
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "एससीओ का सबसे पहला लक्ष्य आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद का मुकाबला करना है और यह वर्तमान समय में और भी महत्वपूर्ण हो गया है। एससीओ को इन तीन बुराइयों का मुकाबला करने में दृढ़ संकल्प लेना होगा।"
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस्लामाबाद में SCO शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर का स्वागत किया। उन्होंने साझा मुद्दों के समाधान के लिए एससीओ सदस्य देशों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिय। उन्होंने क्षेत्र के भीतर स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने के लिए भारत के समर्पण की बात दोहराई।
शांति और स्थिरता की जरूरत पर दिया बल
एस. जयशंकर ने एससीओ समिट को संबोधित करते हुए कहा कि विकास की प्रगति के लिए शांति और स्थिरता की जरूरत है। यदि ये चीजें नहीं होंगी तो फिर विकास की बात नहीं हो सकती। विदेश मंत्री ने कहा कि यदि मिलकर कनेक्टिविटी के लिए प्रयास करें तो उससे नई क्षमताएं विकसित होंगी। दुनिया में इससे नई क्षमताएं विकसित होंगी। साथ ही, इससे दुनिया में ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी। बता दें कि, भारत की ओर से पाकिस्तान को आतंकवाद रोकने की अपील की जा चुकी है। लेकिन पाकिस्तान है कि मानता नहीं। भारत ने साफ कहा है कि पाकिस्तान से वार्ता तब तक संभव नहीं है, जब तक वे आतंकवाद पर ठोस कदम नहीं उठाते हैं।
Created On :   16 Oct 2024 2:53 PM IST