Pope Francis Death: पोप फ्रांसिस के निधन पर भावुक है पूरा विश्व, जानें किन नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

- पोप फ्रांसिस ने ली 88 साल में अंतिम सांस
- पूरा विश्व मना रहा है शोक
- इन नेताओं ने दी पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पोप फ्रांसिस का सोमवार की सुबह को 88 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका निधन वेटिकन के कासा सांता मार्टा में स्थित उनके ही घर पर हुआ है। उनका पूरा जीवन प्रभु और उनके चर्च की सेवा में ही समर्पित था। कई सालों से बीमारियों से लड़ते-लड़ते उन्होंने आज दम तोड़ दिया। उनके निधन के बाद से ही पूरे विश्व में लोग शोक मना रहे हैं। उनके निधन पर आज एफिल टॉवर की सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी। साथ ही आज इटली के सभी फुटबॉल मैचों को रद्द कर दिया गया है। विश्व के नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।
पोप फ्रांसिस के सम्मान में 88 बार बजीं घंटियां
पेरिस के नोट्रे-डेम कैथेड्रल में सोमवार को ही पोप फ्रांसिस के सम्मान में 88 बार घंटियां बजाई गई हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, शाम को एक और सामूहिक प्रार्थना की जाएगी।
इन नेताओं ने जताया शोक
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पोप फ्रांसिस के निधन पर शोक जताते हुए पोस्ट किया है। उन्होंने अपने पोस्ट में कहा है कि, 'मुझे पोप फ्रांसिस के निधन के बारे में पता चला। मेरी संवेदनाएं दुनिया भर के उन लाखों ईसाइयों के साथ हैं जो उनसे प्यार करते थे। कल उन्हें देखकर मुझे खुशी हुई, हालांकि वे जाहिर तौर पर बहुत बीमार थे। लेकिन मैं उन्हें हमेशा कोविड के शुरुआती दिनों में दिए गए उनके प्रवचन के लिए याद रखूंगा। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।'
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने जताया शोक
पोप फ्रांसिस के निधन पर फ्रांसके राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शोक जताते हुए कहा कि, 'ब्यूनस आयर्स से लेकर रोम तक, पोप फ्रांसिस चाहते थे कि चर्च सबसे गरीब लोगों के लिए खुशी और उम्मीद लेकर आए। लोगों को एक-दूसरे और प्रकृति के साथ एकजुट करना। उम्मीद है कि यह उम्मीद उनके परे अनंत काल तक पुनर्जन्म लेगी। सभी कैथोलिकों और शोकग्रस्त दुनिया के लिए, मेरी पत्नी और मैं अपनी संवेदनाएं भेजते हैं।'
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने जताया शोक
पोप फ्रांसिस के निधन पर इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने भी शोक जताया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि, 'पोप फ्रांसिस पिता के घर लौट आए हैं। यह खबर हमें बहुत दुखी किया है, क्योंकि एक महान व्यक्ति और एक महान पादरी हमें छोड़कर चले गए हैं। मुझे उनकी मित्रता, उनकी सलाह और उनकी शिक्षाओं का आनंद लेने का सौभाग्य मिला, जो परीक्षा और कष्ट के क्षणों में भी कभी विफल नहीं हुईं। क्रूस मार्ग के ध्यान में उन्होंने हमें उपहार की शक्ति का स्मरण कराया, जो सब कुछ को हमेशा समृद्ध कर देता है, साथ ही मनुष्य की दृष्टि में जो असंगत है, उसमें सामंजस्य स्थापित करने में सक्षम है। और उन्होंने विश्व से एक बार फिर अपना रास्ता बदलने का साहस मांगा, ऐसे मार्ग पर चलने का आग्रह किया जो "विनाश नहीं करता, बल्कि संवर्धन करता है, मरम्मत करता है, सुरक्षा करता है"। हम इस दिशा में चलेंगे, शांति का मार्ग तलाशेंगे, सार्वजनिक हित को आगे बढ़ाएंगे और अधिक न्यायपूर्ण एवं समतापूर्ण समाज का निर्माण करेंगे। उनकी शिक्षा और उनकी विरासत नष्ट नहीं होगी। हम दुखी हृदय से पवित्र पिता का अभिवादन करते हैं, लेकिन हम जानते हैं कि अब वे प्रभु की शांति में हैं।'
Created On :   21 April 2025 5:18 PM IST