Nobel prize: संयुक्त राष्ट्र की ओर से डेविड बीसले ने लिया नोबल शांति पुरस्कार
- नोबेल समिति ने अक्टूबर में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना था
- वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) को गुरुवार को नोबेल शांति पुरस्कार मिलेगा
डिजिटल डेस्क, रोम। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) को गुरुवार को नोबेल शांति पुरस्कार मिला। नोबेल समिति ने अक्टूबर में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुन कर दुनिया का ध्यान उन लोगों की ओर आकर्षित करने की कोशिश की, जो भुखमरी या इस तरह के हालातों का सामना कर रहे हैं।
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने युद्ध और संघर्ष वाली जगहों पर भूख को हथियार के रूप में इस्तेमाल से रोकने के लिए ड्राइविंग फोर्स के रूप में भी कार्य किया। वर्ल्ड फूड प्रोग्राम 28वां संगठन है जिसे नोबेल मिलेगा। ऐसा 12वीं बार है जब संयुक्त राष्ट्र के किसी संगठन को नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया।
ओस्लो में, नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने पहले लगभग 1,000 मेहमानों के साथ पारंपरिक समारोह के बजाय 100 मेहमानों के साथ एक स्केल-डाउन इवेंट की योजना बनाई थी। लेकिन नवंबर में योजनाओं को फिर से बदल दिया गया जब डब्ल्यूएफपी और नार्वे नोबेल समिति ने कहा कि इन-पर्सन अलॉवर्ड सेरेमनी आयोजित नहीं की जाएगी।
बता दें कि वर्ल्ड फूड प्रोग्राम दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है जो फूड सिक्योरिटी को बढ़ावा देता है। 2019 में, WFP ने 88 देशों में करीब 100 मिलियन लोगों को सहायता प्रदान की। संगठन ने कोरोना के दौर में दुनियाभर में जरूरतमंदों को खाना खिलाने और मदद करने में भी अहम भूमिका निभाई।
कोरोना महामारी के दौरान वर्ल्ड फूड प्रोग्राम की जिम्मेदारी और बढ़ गई है, क्योंकि भूख से जूझ रहे लोगों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। संस्था का कहना है कि जब तक वैक्सीन नहीं आती, तब तक खाना ही सबसे अच्छी वैक्सीन है।आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने साल 2030 तक दुनिया से भुखमरी को खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है।
Created On :   10 Dec 2020 5:36 PM IST