यूक्रेन ने रूस को इंटरनेट से बेदखल करने और उसका प्रमुख डीएनएस सर्वर बंद करने की मांग की
- यूक्रेन की आईटी अवसंरचना पर रूसी पक्ष की ओर से कई हमले हुए
डिजिटस डेस्क, कीव। रूस के यूक्रेन पर आक्रमण तेज होने के साथ ही युद्धग्रस्त देश ने इंटरनेट गवर्निंग संगठनों से रूस को वल्र्ड वाइड वेब (डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू) से हटाने और रूस के टॉप-लेवल डोमेन (टीएलडी) को रद्द करने को कहा है। यूक्रेन के मंत्रियों ने इंटरनेट कॉर्पोरेशन फॉर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स (आईसीएएनएन) को स्थायी या अस्थायी रूप से डोमेन डॉट आरयू, डॉट एनएन और एसीई डॉट एसयू रद्द करने के लिए लिखा है।
आईसीएएनएन के यूक्रेनी प्रतिनिधि एंड्री नाबोक ने कहा, यह सूची संपूर्ण नहीं है और इसमें रूसी संघ में जारी किए गए अन्य डोमेन भी शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, रूसी संघ में स्थित डीएनएस (डोमेन नेम सर्वर) रूट सर्वर को बंद करें। इंटरनेट साझा मानकों और प्रोटोकॉल का एक वैश्विक नेटवर्क है और डोमेन नेम सर्वर (डीएनएस) सभी वेब संसाधनों के लिए मास्टर एड्रेस लिस्ट प्रदान करता है। नाबोक ने कहा, ये नृशंस अपराध मुख्य रूप से रूसी प्रचार तंत्र द्वारा वेबसाइटों के लगातार दुष्प्रचार, अभद्र भाषा फैलाने, हिंसा को बढ़ावा देने और यूक्रेन में युद्ध के बारे में सच्चाई छिपाने के कारण संभव हुए हैं।
यूक्रेन की आईटी अवसंरचना पर रूसी पक्ष की ओर से कई हमले हुए हैं, जिससे नागरिकों और सरकार की संवाद करने की क्षमता बाधित हुई है। उन्होंने कहा, इसके अलावा, यह स्पष्ट हो रहा है कि यह आक्रामकता दुनिया भर में बहुत आगे फैल सकती है, क्योंकि रूसी संघ परमाणु निवारक को विशेष अलर्ट पर रखे हुए है और वह स्वीडन और फिनलैंड दोनों को नाटो में शामिल होने के मुद्दे पर सैन्य और राजनीतिक परिणामों को भुगतने की धमकी देता है।
जेडडीनेट की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री और डिजिटल ट्रांसफरेमेशन मामलों के मंत्री माईखाइलो फेडोरोव ने भी रूस पर इस प्रकार के प्रतिबंधों की वकालत की है। हालांकि, इंटरनेट का संचालन करने वाले संगठनों की ओर से इस पर संज्ञान लिए जाने की संभावना नहीं है। आईसीएएनएन के पूर्व अध्यक्ष और सीईओ पॉल टोमेई ने एक ट्वीट में कहा, रूस में प्रोटोकॉल लेयर को चालू रखना यह सुनिश्चित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि रूसी दर्शकों के लिए विविध विचार रखने वाली साइटें प्रभावी हों।
यूरोपीय आयोग के प्रधान प्रशासक डॉ. एरिच श्वेघोफर ने कहा कि रूस को इंटरनेट से हटाने से लोकतांत्रिक परिवर्तन के लिए इस देश में नागरिक समाज का समर्थन करने में मदद नहीं मिलती है। उन्होंने कहा, आईसीएएनएन एक तटस्थ मंच है, जो इस संघर्ष में कोई पॉजिशन नहीं लेता, बल्कि राष्ट्रों को तदनुसार कार्य करने की इजाजत देता है, उदाहरण के लिए किसी विशेष राष्ट्र से सभी ट्रैफिक को अवरुद्ध करना।
(आईएएनएस)
Created On :   2 March 2022 8:31 PM IST