तालिबानी सरकार बनाने की कोशिशें तेज, मुल्ला बरादर हो सकता है अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति
- अफगानिस्तान में बनेगी तालिबानी सरकार
- कंधार पहुंचा चुका है मुल्ला अब्दुल गनी बरादर
- मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को बनाया जा सकता है राष्ट्रपति
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान में अब पूरी तरह से तालिबान का कब्जा है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं। तालिबान के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर कतर से कंधार पहुंच चुका है। खबर है कि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर को जल्द ही अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। तालिबान चीफ हैबतुल्लाह अखुंदजादा भी जल्द ही अफगानिस्तान में पहुंच जाएगा।
बता दें कि हैबातुल्लाह अखुंदजादा तालिबान का सर्वेसर्वा है। लेकिन, मुल्ला अब्लुल बरादार उसके राजनीतिक प्रमुख और सबसे अधिक जाना-पहचाना चेहरा है। मुल्ला उमर से संबद्ध बरादार को सबसे सक्रिय रणनीतिकार माना जाता है। ये देखना अहम होगा कि अफगानिस्तान से देश छोड़कर भागते लोगों के बीच तालिबान किस तरह से सरकार चलता है। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि तालिबान को अफगानिस्तान में सरकार चलाने के लिए दुनिया के समर्थन की जरुरत है।
वहीं, अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद कल (मंगलवार) अपनी पहली आधिकारिक प्रेस वार्ता में, तालिबान ने इस्लामी कानून की "सीमा के भीतर" महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने का वादा किया। काबुल में प्रेसिडेंशियल पैलेस के अंदर से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा "इस्लामी कानून की सीमाओं के भीतर" की जाएगी।
मुजाहिद ने कहा, "महिलाएं समाज में बहुत सक्रिय होने जा रही हैं, लेकिन इस्लाम के ढांचे के भीतर।" प्रवक्ता ने कहा कि "हेल्थ सेक्टर और स्कूलों में वे काम कर सकेंगी।" क्या मीडिया में भी महिलाएं काम कर सकेंगी? इस सवाल पर प्रवक्ता ने घुमा-फिराकर जवाब दिया। वह बोले कि "जब तालिबान सरकार बन जाएगी तब साफ-साफ बताया जाएगा कि शरिया कानून के हिसाब से क्या-क्या छूट मिलेंगी।"
जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा, "काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।" मुजाहिद ने कहा, "हम अफगानिस्तान के अंदर या बाहर किसी दुश्मन की तलाश नहीं कर रहे हैं। अफगान युद्ध अब खत्म हो गया है। जिसने भी बीते वक्त में तालिबान के खिलाफ युद्ध लड़ा, उसको तालिबान माफ करता है।"
Created On :   18 Aug 2021 9:04 AM IST