एस जयशंकर के जवाब से दुनिया के सामने हुई पाकिस्तान की किरकिरी, बौखलाए भुट्टो ने पीएम मोदी पर किया व्यक्तिगत हमला
- आमने सामने बिलावल भुट्टो और एस जयशंकर
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों संयुक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क गए हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र में अपने संबोधन के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बिना नाम लिए आतंकी देश पाकिस्तान पर जमकर हमला बोला। भारत के लिए पाकिस्तान की गहरी नफरत उस वक्त देखने को मिली जब बिलावल जरदारी भुट्टो ने न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमला बोला कि "मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले अमेरिका ने उनकी एंट्री पर बैन लगा दिया था।" पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर आरोप लगाते हुए भुट्टो ने आगे कहा कि दोनों भारत के नहीं, आरएसएस के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री हैं।
विदेश मंत्री ने दिया करारा जवाब
मालूम हो कि जयशंकर ने अपने संबोधन के दौरान पाकिस्तान को वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहा था। भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को पनाह देने का भी आरोप लगाया था।
पीएम मोदी पर निजी टिप्पणी
जिसके बाद एस जयशंकर की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमला बोला कि कहा कि "मैं भारत को बताना चाहता हूं कि ओसामा बिन लादेन तो मर चुका है, लेकिन गुजरात का कसाई अभी भी जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है।"
पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो के बेटे और पाकिस्तान के पूर्व पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो के पोते ने पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी आतंकवादी हाफिज सईद को निशाना बनाने और पाकिस्तान में आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि जनरल मोहम्मद जिया उल हक की तानाशाही सेना ने पाकिस्तान के पूर्व पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो को फांसी पर लटका दिया था। यही नहीं तानाशाह परवेज मुशर्रफ के शासन काल में बिलावल की मां को भी गोली मार दी थी।
जाने बिलावल भुट्टो की बौखलाहट की वजह
पाकिस्तान के विदेश मंत्री जरदारी भुट्टो की ओर से पीएम मोदी पर व्यक्तिगत हमला जानबुझ कर किया गया प्रतीत होता है। इसके पीछे की बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि साल 2016 के जनवरी माह में पाकिस्तान में स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने पठानकोट हवाई ठिकाने पर हमला किया था तब से ही दोनों देशों के बीच किसी तरह की वार्ता नहीं हुई है। पाकिस्तान भारत से इसलिए भी हताश है क्योंकि नरेंद्र मोदी की सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए को हटा दिया था। भारत के ऐसा करने बाद चीन के अलावा कोई भी देश पाकिस्तान के समर्थन में नहीं आया था। पाकिस्तान की इस बौखलाहट की दूसरी वजह सर्जिकल और एयर स्ट्राइक को लेकर भी है।
यही नहीं पाकिस्तान में आने वाले समय में लोकसभा चुनाव होने वाले है इसलिए इस्लामी कट्टरपंथी वोटों के ध्रुवीकरण के मंसूबे से भी जरदारी भुट्टो इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
Created On :   16 Dec 2022 5:04 PM IST