कोरोना पर सबसे तेजी से काबू पा अपने देश को सुरक्षित करने वाली प्रधानमंत्री देने जा रही हैं इस्तीफा,दोबारा चुनाव लडने के लिए भी नहीं तैयार, क्यों लिया सख्त फैसला?
- अचानक दुनियाभर में चर्चाओं का केंद्र बनी प्रधानमंत्री अर्डर्न
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 37 साल की उम्र में न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री बनी जैसिंडा अर्डर्न ने अपने इस्तीफे की खबर से हर किसी को चौंका दिया है। गुरूवार को मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे 7 फरवरी को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली हैं। जैसिंडा दुनिया में सबसे कम उम्र की महिला प्रधानमंत्री हैं। अर्डर्न का यह फैसला ऐसे वक्त में आया जब वह प्रधानमंत्री के रूप में साढ़े पांच साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी हैं और इस साल न्यूजीलैंड में आम चुनाव भी होने वाले हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैसिंडा अर्डर्न ने कहा है कि देश का नेतृत्व जारी रखने के लिए उनके पास पर्याप्त उर्जा नहीं बची है। गर्मियों की छुट्टी के दौरान उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला लिया था। उन्होंने कहा है कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी, लेकिन मैं जानती हूं कि न्यूजीलैंड के लोगों को प्रभावित करने वाले मुद्दे इस साल चुनाव तक सरकार के ध्यान में रहेंगे।
क्या है आर्डर्न का आगे का प्लान?
अपने इस्तीफे की घोषणा के दौरान प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने कहा है कि मैं भी एक इंसान हूं, पॉलिटिशियन भी एक इंसान होते हैं। जब तक हम मेहनत कर सकते थे, तब तक हमने अपना बेस्ट दिया है। मेरे लिए यह इस्तीफा देने का सही समय है। अर्डर्न ने अपने भविष्य के प्लान का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पास अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने के अलावा भविष्य की कोई योजना नहीं है। यह सवाल पूछे जाने पर कि देश की जनता उनके नेतृत्व को कैसे याद रखेंगे, तब अर्डर्न ने कहा है कि एक ऐसे शख्स के रूप में जो हमेशा दयालु बनने की कोशिश करता है।
अचानक दुनियाभर में चर्चाओं का केंद्र बनी प्रधानमंत्री अर्डर्न
कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने न्यूजीलैंड बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर काफी अच्छी तरीके से रोक लगाई थी। जब सभी देशों मे कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा था तब न्यूजीलैंड में कोविड के आंकड़ों पर रोक लगी हुई थी। इसके अलावा उन्होंने क्राइस्टचर्च मस्जिद की शूटिंग और व्हाइट आइलैंड ज्वालामुकी विस्फोट के दौरान अपने कामों से दुनियाभर के लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित किया था। अर्डर्न भी इस बात को कबूल करती हैं कि पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने बहुत सारी चुनौतियों का सामना किया है। हालांकि प्रधानमंत्री का यह दावा कई मायनों में सच है उनके कार्यकाल के दौरान न्यूजीलैंड ने एक घरेलू घटना, एक बड़ी प्राकृतिक आपदा, एक वैश्विक महामारी और एक आर्थिक संकट का सामना किया था। न्यूजीलैंड में इस साल अक्टूबर माह में आम चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में अर्डर्न का प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देना हर किसी को चौंका रहा है।
Created On :   19 Jan 2023 3:35 PM IST