पाक 9 सितंबर को खोलेगा करतारपुर कॉरिडोर, रोजाना 5000 तीर्थ यात्री कर सकेंगे दर्शन

Kartarpur Corridor to be opened for Indian pilgrims on November 9
पाक 9 सितंबर को खोलेगा करतारपुर कॉरिडोर, रोजाना 5000 तीर्थ यात्री कर सकेंगे दर्शन
पाक 9 सितंबर को खोलेगा करतारपुर कॉरिडोर, रोजाना 5000 तीर्थ यात्री कर सकेंगे दर्शन
हाईलाइट
  • 9 नवंबर को भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के लिए पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर खोलेगा
  • पाकिस्तान ने सोमवार को इसका ऐलान किया
  • यह कॉरिडोर लाहौर से लगभग 125 किलोमीटर दूर नरोवाल में बनाया जा रहा है

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। गुरु नानक की 550वीं जयंती से तीन दिन पहले 9 नवंबर को भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के लिए पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर खोलेगा। पाकिस्तान ने सोमवार को इसका ऐलान किया। 

प्रस्तावित करतारपुर कॉरिडोर का दौरा करने वाले पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रोजेक्ट डायरेक्टर आतिफ मजीद ने कहा कि कॉरिडोर का 86 प्रतिशत काम अब तक हो चुका है और यह अगले महीने तक पूरा हो जाएगा। यह कॉरिडोर लाहौर से लगभग 125 किलोमीटर दूर नरोवाल में बनाया जा रहा है। 

सुविधाओं के बारे में बात करते हुए माजिद ने कहा, "हर दिन भारत से 5,000 सिख तीर्थयात्री आएंगे। इसके लिए लगभग 76 इमिग्रेशन काउंटर स्थापित किए गए हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि बाद में काउंटरों की संख्या बढ़ जाएगी क्योंकि तीर्थयात्रियों की संख्या 10,000 को छूने की उम्मीद है।

यह कॉरिडोर करतारपुर में दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक श्रीन से जोड़ेगा। भारतीय तीर्थयात्रियों को यहां आने के लिए वीजा की जरुरत नहीं पड़ेगी। उन्हें सिर्फ करतारपुर साहिब जाने के लिए परमिट प्राप्त करना होगा।

पिछले हफ्ते, पाकिस्तान सरकार ने घोषणा की थी कि वह करतारपुर कॉरिडोर आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से सुविधा शुल्क लेगी। यह रकम 20 यूएस डॉलर के बराबर होगी। हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदन सिंह ने इसका विरोध किया था।

पीएम मोदी को लिखे पत्र में अमरिंदर सिंह ने सुझाव दिया था कि विदेश मंत्रालय इस मामले को द्विपक्षीय बैठकों में उठाए। सेवा शुल्क की पाकिस्तान की जिद से लाखों तीर्थयात्रियों पर बहुत अधिक वित्तीय बोझ पड़ेगा। कई ऐसे तीर्थयात्री है जो ये शुल्क चुकाने में सक्षम नहीं है।

कश्मीर मुद्दे पर तनाव के बावजूद, पाकिस्तान ने दोहराया है कि मौजूदा स्थिति के कारण करतारपुर कॉरिडोर पर इसका असर नहीं होगा।

नवंबर 2018 में भारत और पाकिस्तान ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ने वाला गलियारा बनाने पर सहमति जताई थी। करतारपुर पाकिस्तान के नोरोवाल जिले में रावी नदी के पास और डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर पर स्थित है।

Created On :   16 Sept 2019 11:00 PM IST

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