कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के परिवार के अपहरण का मामला, हिरासत में एक व्यक्ति
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- बंदूक के दम पर डकैती
डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के एक अपहृत परिवार के मामले में रहस्य गहरा गया है क्योंकि, अधिकारियों ने बताया कि आत्महत्या का प्रयास करने के बाद एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया, पीड़ित का ट्रक जलता हुआ पाया गया।
लेकिन अपहृत परिवार अभी भी लापता है। जिसमें आठ महीने की बच्ची आरोही धेरी, उसके माता-पिता, 27 वर्षीय जसलीन कौर और 36 वर्षीय जसदीप सिंह और 39 वर्षीय चाचा अमनदीप सिंह हैं। मर्सिड काउंटी शेरिफ कार्यालय ने कहा कि, एक 48 वर्षीय व्यक्ति को आत्महत्या की कोशिश करने के बाद हिरासत में लिया गया है। हालांकि अभी वो अस्पताल में गंभीर स्थिति में भर्ती है। अमनदीप सिंह की पत्नी जसप्रीत कौर ने रिहाई के लिए टीवी पर अपील की, मैं उन लोगों के सामने भीख मांग रही हूं जो मेरे परिवार को ले गए, कृपया उन्हें जाने दें। जसप्रीत कौर ने आगे कहा, मेरी भतीजी, वह सिर्फ 8 महीने की बच्ची है।
मेरेड काउंटी सैन फ्रांसिस्को से लगभग 225 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में है। अपहरण की जानकारी देते हुए शेरिफ कार्यालय ने कहा कि, उन्हें सोमवार को अपहरण की सूचना मिली थी। जब अधिकारी उससे संपर्क नहीं कर पाए, तो वह परिवार के एक सदस्य के पास पहुंचे। शेरिफ के कार्यालय के अनुसार, परिवार के सदस्यों ने चार लोगों के लापता होने की सूचना दी, क्योंकि वे उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे थे। जिसके बाद अधिकारियों से संपर्क किया गया जांच में पता चला कि, चारों का अपहरण कर लिया गया है। जसप्रीत कौर ने केटीएलए टीवी को बताया कि, उनके पति उस दिन सुबह 8 बजे काम पर गए थे और उसे लगभग 11 बजे फोन आया कि बिजनेस के फ्रंट डेस्क पर कोई नहीं है।
हिरासत में लिए गए व्यक्ति की पहचान शेरिफ के कार्यालय ने जीसस मैनुअल सालगाडो के रूप में की। शेरिफ के कार्यालय ने कहा, हिरासत में लिए जाने से पहले सालगाडो ने आत्महत्या की कोशिश की। जबकि पीड़ितों के बैंक खाते का भी इस्तेमाल किया गया है। एटीएम से पीड़ित के खाते से पैसे निकाले गए हैं, हालांकि पुलिस के पास पैसे निकालने वाले व्यक्ति की तस्वीर है। लेकिन जिसे हिरासत में लिया गया है वह वो नहीं है जिसने पैसे निकाले।
हालांकि पुलिस ने जिस व्यक्ति को हिरासत में रखा है उसे सिर्फ शक के आधार पर पकड़ा गया है। लेकिन अधिकारियों के पास आरोप दायर करने के लिए पर्याप्त जानकारी नहीं है। फ्रेस्नो में एबीसी30 टीवी स्टेशन ने बताया कि सालगाडो इससे पहले 2005 में एक डकैती में शामिल था। उसने बंदूक के दम पर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था और गवाह को डराने के भी आरोप उस पर लग चुके हैं।
एबीसी 30 ने कहा कि उसे 2015 में रिहा कर दिया गया था। आगे एबीसी 30 ने हिरासत में लिए गए युवक के जल्द ठीक होने की दुआ की। क्योंकि अभी लापता परिवार का पता लगाने के लिए सिर्फ एक वो ही माध्यम है, इसके अलावा अभी कोई सुराग नहीं है कि परिवार कहां है, उनकी स्थिति क्या है।
आईएएनएस
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Created On :   5 Oct 2022 9:30 PM IST