कोर्ट ने सुरक्षा देने से इनकार किया तो सरकार विरोधी मार्च सभी बाधाएं लांघ जाएंगे

If the court refuses to give protection, then the anti-government march will cross all the hurdles.
कोर्ट ने सुरक्षा देने से इनकार किया तो सरकार विरोधी मार्च सभी बाधाएं लांघ जाएंगे
इमरान खान कोर्ट ने सुरक्षा देने से इनकार किया तो सरकार विरोधी मार्च सभी बाधाएं लांघ जाएंगे

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि अगर सुप्रीम कोर्ट सुरक्षा देने से इनकार करता है तो उनका सरकार विरोधी लंबा मार्च हर कीमत पर निकाला जाएगा। अपनी अगली रैली के लिए वह एक अलग रणनीति बनाएंगे और सरकार द्वारा उनके सामने रखे गए किसी भी प्रतिरोध से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। इमरान खान ने पेशावर में वकीलों के सम्मेलन के दौरान कहा कि उनकी पार्टी पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट से मार्गदर्शन मांग रही है कि क्या उन्हें शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकालने की अनुमति है या नहीं। इमरान खान ने कहा कि शांतिपूर्ण सभा, रैली और विरोध करना देश के हर नागरिक और पार्टी का मौलिक अधिकार है।

उन्होंने कहा, अपने पिछले लंबे मार्च के दौरान हम शांतिपूर्ण रहे। लेकिन इस सरकार ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गो पर खुलेआम अत्याचार, मारपीट और आंसूगैस का इस्तेमाल करते हुए क्रूरता का विकल्प चुना। उन्होंने कहा, मैं सुप्रीम कोर्ट से पूछना चाहता हूं कि क्या हमें पाकिस्तान के नागरिकों के रूप में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति है या नहीं। अगर सुप्रीम कोर्ट अगले लंबे मार्च के लिए मेरी पार्टी को सुरक्षा मुहैया नहीं कराएगा, तो हम इससे निपटने के लिए एक योजना बनाएंगे।

पेशावर से इस्लामाबाद तक अपने पहले के लंबे मार्च के बारे में बात करते हुए खान ने कहा, उस बार हम तैयार नहीं थे और बिना तैयारी के फंस गए। इस बार, हम पूरी तरह तैयार होकर आएंगे। इमरान खान ने कहा कि वह अपने संघर्ष को जिहाद (धार्मिक स्वतंत्रता की लड़ाई) के रूप में लेते हैं। उन्होंने दोहराया कि वह किसी भी कीमत पर आयातित सरकार को स्वीकार नहीं करेंगे। वह शहबाज शरीफ की सरकार को अवैध आयातित सरकार कहते हैं। उनका मानना है पाकिस्तान में शासन परिवर्तन की साजिश संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) के नेतृत्व में रची गई।

इमरान खान ने देशभर के प्रमुख शहरों में दर्जनों बड़े पैमाने पर सार्वजनिक सभाएं करने के एक महीने के लंबे अभियान के बाद 25 मई को लंबा मार्च निकाला था, जिसे सरकार ने धारा 144 लागू कर विफल कर दिया था। प्रदर्शनकारियों को राजधानी इस्लामाबाद तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस और रेंजर्स सुरक्षा कर्मियों सहित कंटेनरों, ट्रकों व सैनिकों की भारी तैनाती की गई थी। हालांकि, इमरान खान और उनके समर्थक बाधाओं को पार करते हुए राजधानी पहुंचे, लेकिन धरना नहीं दिया।

इमरान खान ने कहा था कि वह कम से कम 20 लाख लोगों के साथ इस्लामाबाद की ओर मार्च करेंगे। जब तक देश में जल्द चुनाव कराने की तारीख की घोषणा नहीं की जाती, तब तक वह राजधानी नहीं छोड़ेंगे। इमरान खान ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए सरकार को छह दिनों का अल्टीमेटम दिया है और फिर एक लंबा मार्च निकालने की धमकी दी है। उनका कहना है कि बाधाओं को दूर करने और देश के अन्य प्रमुख शहरों के साथ राजधानी इस्लामाबाद को जाम करने के लिए वे अच्छी तरह तैयार होकर आएंगे।

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Created On :   31 May 2022 8:00 PM IST

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