एक स्टडी के मुताबिक वृद्ध होती बेबी बूमर देश की समृद्धि के लिए खतरा

According to a study, the aging baby boomer is a threat to the prosperity of the country.
एक स्टडी के मुताबिक वृद्ध होती बेबी बूमर देश की समृद्धि के लिए खतरा
जर्मनी एक स्टडी के मुताबिक वृद्ध होती बेबी बूमर देश की समृद्धि के लिए खतरा
हाईलाइट
  • सरकार को सिकुड़ती आबादी पर प्रतिक्रिया करना चाहिए

डिजिटल डिस्क, बर्लिन। जर्मन आर्थिक संस्थान (आईडब्ल्यू) द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार जैसे ही जर्मनी की बेबी बूमर पीढ़ी सेवानिवृत्त होती है। देश को अरबों यूरो के नुकसान होगा। बेबी बूमर एक शब्द है जिसका इस्तेमाल 1946 और 1964 के बीच पैदा हुए व्यक्ति का वर्णन करने के लिए किया जाता है। बेबी बूमर पीढ़ी दुनिया की आबादी का एक बड़ा हिस्सा बनाती है, खासकर विकसित देशों में।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि अगले 15 वर्षों में जर्मनी की अर्थव्यवस्था काफी बदल जाएगी क्योंकि ज्यादातर बेबी बूमर अब काम नहीं कर रहे हैं या नहीं करेंगे। श्रम बाजार 5 मिलियन से अधिक श्रमिकों को खो देगा। अध्ययन के अनुसार यह मानते हुए कि नीतियां काफी हद तक अपरिवर्तित रहेंगी। जर्मनी में प्रति व्यक्ति की वास्तविक आय में 2035 तक प्रति वर्ष औसतन लगभग एक प्रतिशत की वृद्धि होगी।

इसमें कहा गया है कि जर्मनी में स्कूलों और अन्य सुविधाओं में बच्चों के लिए डे केयर में सुधार किया जाना चाहिए ताकि अधिक माता-पिता अंशकालिक के बजाय पूर्णकालिक काम कर सकें, और अप्रवासन कुशल श्रमिकों की कमी को दूर करने में भी मदद कर सकता है। अध्ययन में पाया गया है कि निजी निवेश के लिए बेहतर स्थिति, सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में सुधार और नवीन कंपनियों के लिए अच्छे बाजार पहुंच के अवसरों की भी आवश्यकता होगी।

आईडब्ल्यू के निदेशक माइकल ह्यूथर ने कहा कि भविष्य की संघीय सरकार को सिकुड़ती आबादी पर प्रतिक्रिया करने के लिए कहना चाहिए तभी कंपनियां भी अपना होमवर्क कर सकती हैं। व्यापार हमेशा की तरह सभी के लिए समृद्धि को नष्ट कर देता है और राजनीति के हित में नहीं होता है।

 

(आईएएनएस)

Created On :   12 Nov 2021 3:30 PM IST

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