फेरी में आग लगने से 40 की मौत, 72 बचाए गए, कई लापता

40 killed, 72 rescued, many missing in ferry fire
फेरी में आग लगने से 40 की मौत, 72 बचाए गए, कई लापता
बांग्लादेश : फेरी में आग लगने से 40 की मौत, 72 बचाए गए, कई लापता
हाईलाइट
  • अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोट किस कारण से हुआ

डिजिटल डेस्क, ढाका। बांग्लादेश के झालाकाठी जिले में शुक्रवार को एक पैंसेजर फेरी में आग लगने से कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है, क्योंकि बरगुना जाने वाले एमवी ओविजान-10 में आग लगने से काफी यात्री झुलस गए हैं।

गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात करीब दो बजे तीन मंजिला फेरी में आग लग गई। दमकल सेवा को संदेह है कि आग की लपटें जहाज के इंजन कक्ष से निकलीं और संभवत: किसी प्रकार के विस्फोट के कारण हुई थीं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोट किस कारण से हुआ।

प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आग त्रासदी में लोगों की जान जाने पर दुख व्यक्त करते हुए शुक्रवार को संबंधित अधिकारियों को घायलों का शीघ्र उपचार सुनिश्चित करने और मृतकों के शव उनके परिवारों को जल्द से जल्द सौंपने का निर्देश दिया।प्रधानमंत्री के आदेश के अनुसार, बांग्लादेश पुलिस की रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) के अधिकारियों ने घायल व्यक्तियों को बचाया और उन्हें हेलीकॉप्टर का उपयोग करके इलाज के लिए ढाका स्थानांतरित कर दिया।

आरएबी के मीडिया विंग के निदेशक खांडाकर अल मोइन ने शुक्रवार शाम आईएएनएस को बताया कि आरएबी प्रमुख चौधरी अब्दुल्ला अल-मामुन घटनास्थल पर गए और अस्पताल में घायलों से भी मिले।इससे पहले दिन में झालाकाठी जिले के अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद नजमुल आलम ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया था कि जहाज लगभग 1,000 लोगों को ढाका से बरगुना जिले ले जा रहा था। इस त्रासदी में जहां 40 लोगों के मरने के साथ ही 100 के करीब लोगों के घायल होने की खबर है, वहीं 72 लोगों को बचाए जाने की भी जानकारी मिली है।उन्होंने कहा कि तकनीकी खराबी के कारण इंजन कक्ष में तड़के आग लग गई।

उन्होंने सिन्हुआ को बताया, आग की दुर्घटना के बाद अब तक 38 शव निकाले जा चुके हैं। हालांकि अब 40 लोगों की मौत होने की खबर सामने आई है।अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना के वक्त ज्यादातर यात्री सो रहे थे।उन्होंने कहा कि अज्ञात लोगों की संख्या के लिए तलाशी अभियान अभी भी जारी है।उन्होंने कहा, हमें पता चला है कि फेरी लगभग 1,000 यात्रियों को ले जा रही थी, इसे किनारे से खींच लिया गया है।

बचे हुए लोगों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि लगभग तीन घंटे तक जहाज में लगी विनाशकारी आग के कारण कई यात्रियों ने अपनी जान बचाने के लिए नदी में छलांग लगा दी।

बताया जा रहा है कि फेरी पर अत्यधिक भार था।पीएमओ की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि हसीना, जो इस समय मालदीव में राजकीय यात्रा पर हैं, ने शोक संतप्त परिवार के सदस्यों के प्रति गहरी सहानुभूति व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।

जहाजरानी मंत्री खालिद महमूद चौधरी ने कहा है कि बांग्लादेश सरकार प्रत्येक मृतक व्यक्ति के परिवार को 1.5 लाख टका की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि उन्हें अंतिम संस्कार के खर्च को पूरा करने के लिए 25,000 टका भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने शुक्रवार दोपहर को फेरी का निरीक्षण करने के बाद यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा, हम घायलों को चिकित्सा सहायता भी मुहैया कराएंगे।इस बीच, जहाजरानी मंत्रालय और जल परिवहन अधिकारियों ने इस त्रासदी की अलग-अलग एंगल से जांच शुरू कर दी है। मंत्रालय ने घटना की जांच के लिए संयुक्त सचिव टोफैल इस्लाम की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल का गठन किया है। मंत्रालय के प्रवक्ता जहांगीर आलम खान ने आईएएनएस को बताया कि पैनल को तीन व्यावसायिक दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

बांग्लादेश अंतदेर्शीय जल परिवहन प्राधिकरण (बीआईडब्ल्यूटीए) ने भी छह सदस्यीय समिति बनाकर घातक घटनाक्रम की जांच शुरू की है, जिसकी अध्यक्षता बंदरगाह और परिवहन विभाग में अतिरिक्त निदेशक, एमडी सैफुल इस्लाम करेंगे।

 

(आईएएनएस)

Created On :   24 Dec 2021 11:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story