आपातकाल लागू: जेल से भागे 4 हजार से ज्यादा खूंखार अपराधी, इन्हें पकड़ने के लिए हैती सरकार ने लगाया आपातकाल
- हैती में हिंसक सत्ता संघर्ष जारी
- हैती के दो जेलों पर हिंसक हमला
- करीब 4 हजार खूंखार अपराधी फरार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कैरेबियाई देश हैती में लंबे समय से चल रहे हिंसक सत्ता संघर्ष ने बीते दिनों उग्र रूप ले लिया। इस दौरान सशस्त्र गिरोह ने यहां के दो जेलों पर हमला बोल दिया। हथियार से लैश गिरोह के हमले के बाद हजारों की संख्या में कैदी जेल से फरार होने में कामयाब हो गए हैं। फरार कैदियों में हत्या, डकैती और किडनैपिंग जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले कई खूंखार अपराधी शामिल हैं। जेल से फरार इन खतरनाक अपराधियों को पकड़ने के लिए हैती सरकार ने देशभर में अगले 72 घंटों के लिए आपातकाल की घोषणा कर दी है। इस दौरान सरकार सभी अपराधियों को वापस कब्जे में लेने की कोशिश करेगी।
सत्ता के लिए संघर्ष
हैती में लंबे समय से सत्ता के लिए हिंसक संघर्ष जारी है। पूर्व पुलिस अधिकारी जिमी चेरिजियर का गैंग एरियल हेनरी को सत्ता से हटाना चाहता है। इसके लिए यह गैंग सरकारी संस्थानों पर लगातार हमला करता रहता है और हैती के लोगों के मन में सरकार के खिलाफ असंतोष पैदा करने के लिए प्रयास रत रहता है। रविवार रात को एक ऐसी ही हिंसक कोशिश के अंतर्गत इस गैंग ने हथियारों के साथ देश के दो जेलों पर हमला बोल दिया। इस हमले में जेल में बंद करीब 4 हजार खूंखार अपराधी फरार हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले के दौरान मौके पर तैनात कई पुलिसकर्मी सहित कई कैदियों की भी मौत हो गई।
आपको बता दें कि हैती में कई सशस्त्र गिरोह हैं जो हिंसक गतिविधियों के लिए जाने जाते हैं। सत्ता के लिए संघर्ष कर रहे ये गिरोह सरकारी संस्थानों के साथ-साथ रिहाइशी इलाकों पर भी हमला बोल देते हैं।
लगाया गया कर्फ्यू
जेल से फरार खतरनाक अपराधियों को पकड़ने के लिए हैती के मौजूदा कार्यवाहक प्रधानमंभी पैट्रिक बायोवर्ट ने देश भर में कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं एरियल हेनरी देश की मौजूदा स्थिति को सुलझाने के लिए बाहरी मदद मांगने के लिए विदेश यात्रा पर हैं और यूएन से भी समर्थन हासिल करना चाहते हैं। आपको बता दें कि सरकार के खिलाफ हैती में चल रहे मौजूदा हिंसक प्रदर्शन के सूत्रधार जिमी चेरिजियर ने पहले साधारण प्रदर्शन से शुरूआत की थी जो अब हिंसात्मक रूप धारण कर चुकी है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, जब हैती में जेलों पर हमला हुआ तो वहां कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था। एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के वक्त जेल के सभी दरवाजे खुले पाए गए और सभी कर्मचारी मौके से नदारद थे। हालांकि, हैती सरकार का पूरे घटनाक्रम पर अलग बयान सामने आया है। सरकार के मुताबिक, जब उपद्रवियों ने जेल पर हमला किया तो पुलिसकर्मी वहां पर मौजूद थे और इस दौरान वे घायल भी हो गए।
Created On :   4 March 2024 3:40 PM IST